नई दिल्ली 21 अक्टूबर। वर्ष 2023 का अंतिम चंद्रग्रहण 28-29 अक्तूबर की रात को शरद पूर्णिमा को लगेगा और यह भारत में आंशिक रूप से दिखाई देगा।28 अक्तूबर की आधी रात को चंद्रमा उपछाया में प्रवेश करेगा और ग्रहण की अवधि 29 अक्तूबर के शुरूआती घंटे होगी। ग्रहण मध्यरात्रि के आसपास भारत के सभी भागों में दिखाई देगा।
शरद पूर्णिमा की रात को लग रहा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण बेहद खास है क्योंकि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण रहता है. साल का यह आखिरी चंद्र ग्रहण मेष राशि में रहेगा. साल का अंतिम चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर, शनिवार की रात की देर रात 1 बजकर 5 मिनट से लेकर 2 बजकर 24 मिनट तक रहेगा. यानी यह ग्रहण 1 घंटा 18 मिनट का रहेगा. इस दौरान पूरे भारत में चंद्रमा उदय हो जाएगा और यह ग्रहण नजर आएगा. चूंकि चंद्र ग्रहण हमारे देश में नजर आएगा इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य होगा. चंद्र ग्रहण का सूतक भारतीय समयअनुसार शाम 4 बजकर 5 मिनट पर आरंभ हो जाएगा.
इन देशों में भी दिखेगा चंद्र ग्रहण
चंद्रग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, संपूर्ण एशिया, यूरोप, अप्रीका, दक्षिणी-पूर्वी अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, कैनेडा, ब्राजील , एटलांटिक महासागर में यह ग्रहण दिखाई देगा. खास बात यह भी है यह चंद्र ग्रहण भारत में शुरुआत से लेकर खत्म होने तक दिखाई देगा.
बताते चले कि चंद्र ग्रहण, सूर्य ग्रहण महत्वपूर्ण खगोलीय घटनाएं हैं लेकिन हिंदू धर्म और ज्योतिष में भी इन्हें बेहद महत्वपूर्ण माना गया है. बल्कि धर्म में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के समय को शुभ एवं मांगलिक कामों के लिए अशुभ माना गया है. इसी वजह से सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के दौरान ना तो पूजा-अनुष्ठान किए जाते हैं, ना ही मंदिरों के पट खोले जाते हैं. कई ऐसे काम हैं जिन्हें ग्रहण के दौरान करना वर्जित बताया गया है.