मेरठ 20 अक्टूबर (प्र)। रैपिड रेल कॉरिडोर को लाभकारी बनाने के लिए तैयार किए जोनल प्लान से न केवल दिल्ली-रुड़की रोड की सूरत बदलेगी बल्कि सभी जोन में रोजगार की बारिश होगी। 2054 को आधार मानकर तैयार किए जोनल प्लान में डेढ़ लाख से ज्यादा रोजगार देने का अनुमान लगाया गया है। सबसे ज्यादा रोजगार एसडीए मेरठ साउथ (विशेष आर्थिक क्षेत्र) मुहैया कराएगा। इसके बाद एसडीए मोदीपुरम में भी बंपर रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
प्रदेश सरकार द्वारा तैयार की गई ट्रांजिट ऑरिएंटेड डेवलपमेंट नीति के तहत बनाए इस जोनल प्लान से शहरवासी रैपिड रेल कॉरिडोर क्षेत्र में न केवल आवासीय के साथ कॉमर्शियल गतिविधियां कर सकेंगे, बल्कि स्कूल, अस्पताल, रिजॉर्ट और कॉम्पलेक्स भी बना सकेंगे। जोनल प्लान में शामिल किए मिश्रित भू-उपयोग से दिल्ली-रुड़की रोड की रंगत बदल जाएगी। कॉरिडोर के दोनों ओर व रैपिड-मेट्रो स्टेशनों के आसपास का मेरठ गुरुग्राम और नोएडा की तरह नजर आएगा। पूरा कॉरिडोर दो एसडीए समेत कुल 9 जोन में बांटा है, जिसका कुल क्षेत्रफल करीब 3277 हेक्टेयर है। सबसे ज्यादा क्षेत्रफल एसडीए मोदीपुरम का 456.70 हेक्टेयर है और एसडीए मेरठ साउथ 296.14 हेक्टेयर का है।
रैपिड रेल कॉरिडोर परियोजना जोनल प्लान के नौ जोन
जोन का नाम (हेक्टेयर में)
एसडीए मेरठ साउथ 296.14
एसडीए मोदीपुरम 456.70
टीओडी जोन-1 279.37
टीओडी जोन-2 315.38
टीओडी जोन-3 395.80
टीओडी जोन-4 412.16
टीओडी जोन-5 346.55
टीओडी जोन-6 556.32
टीओडी जोन-7 219.42
जोनवार रोजगार के अवसर
जोन प्रोजेक्टेड रोजगार
एसडीए मेरठ साउथ 1214
एसडीए मोदीपुरम 1984
जोन-1 3035
जोन-2 9782
जोन-3 7579
जोन-4 19546
जोन-5 11714
जोन-6 12276
जोन-7 7422
मेडा वीसी संजय कुमार मीना का कहना है कि रैपिड रेल कॉरिडोर टीओडी नीति के तहत एनसीआरटीसी द्वारा तैयार किया है। जोनल प्लान से ना केवल दिल्ली-रुड़की का सुनियोजित विकास होगा बल्कि यहां रोजगार भी पैदा होंगे। लोगों को आवासीय सुविधाओं संग व्यवसाय के अवसर मिलेंगे।
