मेरठ 21 जून (प्र)। थापर नगर जैन मंदिर से भैंसाली बस अड्डे के बीच सड़क चलने लायक नहीं बची है। करीब 50 मीटर सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। बस अड्डे तक पहुंचने के लिए लोग चक्कर काटने को मजबूर हैं। इसके साथ ही नाला निर्माण कार्य भी अधूरा पड़ा है। जिससे बरसात में जलभराव का खतरा भी बढ़ गया है।
थापर नगर गोल चक्कर से जैन मंदिर होते हुए भैंसाली बस अड्डे को सीधी सड़क है। सिविल लाइंस मानसरोवर, पांडव नगर सहित शास्त्रीनगर की तरफ से आने वाले लोगों के लिए भैंसाली बस अड्डे पहुंचना इस रास्ते से आसान था । लोग बच्चा पार्क चौराहे से थापरनगर होने सीधे भैंसाली बस अड्डे पहुंच जाते थे। लेकिन पिछले आठ महीने से नाला निर्माण के चलते यह रास्ता बंद चल रहा है। सड़क पर जलनिकासी के लिए अस्थायी नाली खोद दी गई है। जिससे कार व अन्य चार पहिया वाहन निकल नहीं पाते हैं। उन्हें गुरुद्वारा रोड से चक्कर लगाकर बस अड्डा आना पड़ रहा है। इससे जाम की स्थिति बन रही है। शिकायत दर्ज कराने वाले साकेत निवासी संजय मलिक ने कहा कि इस समस्या का निदान नगर निगम को करना चाहिए। कम से कम आने-जाने के लिए सड़क का निर्माण हो जाए। नाले की पुलिया बन चुकी है। इससे लोगों को चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
नाला निर्माण की धीमी रफ्तारः नगर निगम ने करीब दो करोड़ की लागत से थापर नगर नाले का निर्माण अक्टूबर में शुरू करा दिया था । ठेकेदार को चार महीने में यह कार्य पूरा करना था। जनवरी तक हो जाना चाहिए था। निर्माण अनुभाग की अनदेखी के चलते यह कार्य अधूरा पड़ा है। केवल थापर नगर गली संख्या सात के पीछे ही नाले का निर्माण पूरा हुआ है। बस अड्डे के पीछे आरसीसी दीवार बनाने का कार्य शेष है। इसके चलते जलनिकासी भी बाधित है। इससे बरसात में जलभराव होगा। नाला निर्माण का ठेका कृष्णा एसोसिएट के पास है।
नगर निगम मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार संबंधित ठेकेदार को नाला निर्माण कार्य पूरा करने के लिए 25 जून तक का समय दिया गया है। यदि इस अवधि तक कार्य पूरा न हुआ तो भुगतान से कटौती की जाएगी। सड़क निर्माण के लिए अवर अभियंता को निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा गया है।