Friday, August 1

नेशनल हास्पिटल में सील लगाने पहुंची आवास विकास परिषद की टीम, प्रबंधन ने किया विरोध

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मेरठ 25 जुलाई (प्र)। शास्त्रीनगर एल ब्लाक स्थित नेशनल हास्पिटल को सील करने पहुंची आवास विकास परिषद की टीम को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। प्रबंधन ने अस्पताल में गंभीर मरीजों के भर्ती होने की बात कहते हुए हंगामा किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम आने के बाद कार्यालय और इमारत का कुछ भाग सील किया गया। जिस वार्ड और कमरों में मरीज भर्ती थे, उसे सील नहीं किया गया।

शास्त्रीनगर एल- 1653 में नेशनल हास्पिटल का निर्माण आवासीय भूखंड में हुआ है। इस निर्माण को पहले से ही सील और ध्वस्त करने के आदेश हैं। अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार और अधिशासी अभियंता एसपी सिंह के नेतृत्व में गुरुवार को टीम हास्पिटल सील करने पहुंची। यहां प्रबंधक जुबैद ने कहा कि इसी अस्पताल को क्यों सील किया जा रहा है, जबकि इस तरह और भी नर्सिंग होम एल -ब्लाक में चल रहे हैं। पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा, अस्पताल में मरीज भर्ती हैं, ऐसे में सील लगाना उचित नहीं है। अधिकारियों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और कहा, जहां मरीज भर्ती हैं, उन जगहों को छोड़ दिया जाए। परिषद की टीम भूतल पर कुछ भाग सील कर चली गई।

सीएमओ ने निरस्त कर दिया लाइसेंस, फिर भी मरीज भर्ती
नेशनल हास्पिटल की इमारत में गत वर्ष भी सील लगाई गई थी। उस समय आवंटी राजेंद्र सिंह ने इसका आवासीय प्रयोग करने का आश्वासन देकर सील खुलवा ली थी। निश्चित अवधि के बाद जब मौके पर निरीक्षण किया गया तो अस्पताल संचालित होता पाया गया। आवास विकास परिषद के अधिकारियों ने हास्पिटल का लाइसेंस निरस्त करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखा था। अधिकारियों के अनुसार, सीएमओ ने लाइसेंस निरस्त भी कर दिया था। इसके बावजूद यहां मरीज भर्ती किए जा रहे थे। अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार ने कहा कि नियम विरुद्ध बने अन्य नर्सिंग होम का लाइसेंस निरस्त करने के लिए भी सीएमओ को पत्र लिखेंगे। सीएमओ डा. अशोक कटारिया का कहना है कि नेशनल हास्पिटल का लाइसेंस पहले ही निरस्त किया जा चुका है।

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