मेरठ 03 जून (प्र)। केंद्रीय विहार कॉलोनी में बीते शनिवार रात चोर एमईएस के जूनियर इंजीनियर जितेंद्र के बंद मकान का ताला तोड़कर हजारों का सामान चोरी करके ले गए। पुलिस, फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वाड ने छानबीन की। इसी कॉलोनी में डेढ़ माह पूर्व सात घरों का ताला तोड़कर लाखों रुपये चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था। चोर सीसीटीवी में कैद हो गए थे, लेकिन पुलिस उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई।
खिर्वा रोड स्थित केंद्रीय विहार कॉलोनी में जितेंद्र पाल पत्नी मनीषा और बच्चों के साथ रहते हैं जितेंद्र एमईएस में जेई के पद पर अंडमान निकोबार में तैनात हैं उनकी पत्नी सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। गर्मी की छुट्टी के चलते मनीषा बच्चों को लेकर अंडमान निकोबार गई थीं। शनिवार देर रात चोर बंद मकान का ताला तोड़कर अंदर घुस गए बदमाशों ने पूरा मकान खंगाल दिया। वे यहां से हजारों का सामान ले गए।
कॉलोनी निवासी अजय ने बताया कि रात लगभग डेढ़ बजे चार युवक सी विंग से निकलते हुए दिखाई दे रहे थे। चारों युवक हाथ में हथियार लिए थे और बी विंग की ओर जा रहे थे। ये चारों कॉलोनी में लगे सीसीटीवी में कैद हो गए। कॉलोनी के ही एक युवक ने सीसीटीवी कैमरों में संदिग्ध युवकों को देखकर शोर मचा दिया। शोर सुनकर चोर फरार हो गए। कॉलोनी के लोगों की भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई। उन्होंने आसपास चोरों की तलाश की, लेकिन उनका पता नहीं चल पाया। सूचना पर थाना पुलिस पहुंची। फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वाड ने भी घटनास्थल का जायजा लिया। सीओ शुचिता सिंह का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है।
पिता के घर नकदी, जेवरात रखकर गई थी महिला
महिला के अनुसार अंडमान निकोबार जाने से पहले वह घर में रखी नकदी और जेवरात अपने पिता के घर रख कर गई थीं। इस कारण बड़ी चोरी होने से बच गई, लेकिन घर में अन्य कई कीमती वस्तुएं रखी थीं अंडमान निकोबार से लौटने के बाद चोरी का आकलन किया जाएगा। पुलिस आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज चेक कर रही है।
पूर्व में हुई चोरी का अब तक नहीं हुआ खुलासा
बीते 22 अप्रैल को बदमाशों के गैंग ने सात मकानों का एक साथ ताला तोड़ दिया था। बदमाशों ने कई लाख की चोरी की घटना को अंजाम दिया था। घटना के समय पीड़ित परिवार बाहर गए हुए थे। घटना को अंजाम देने वाले चोर सीसीटीवी में कैद हो गए थे बावजूद इसके एक महीने से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस बदमाशों को पकड़ नहीं सकी है। स्थानीय लोगों में पुलिस की कार्यशाली को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।