Tuesday, October 14

मोबाइल कंपनी के टावरों से बैटरी और डीजल चुराने वाले तीन गिरफ्तार, एसटीएफ आगरा की टीम ने इंचौली से पकड़ा

Pinterest LinkedIn Tumblr +

मेरठ 26 सितंबर (प्र)। एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) आगरा की टीम ने इंचौली क्षेत्र से बृहस्पतिवार सुबह मोबाइल कंपनी के टावरों से बैटरी और डीजल चुराने वाले तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में बैटरी बरामद हुई हैं। ये लोग बैटरी बैंक बनाकर टावरों से डीजल चोरी कर मोबाइल कंपनियों को नुकसान पहुंचा रहे थे। छह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

टीम प्रभारी यतींद्र शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में टावरों से बैटरी और डीजल चोरी की सूचना मिल रही थी। बृहस्पतिवार सुबह इंडस टावर लिमिटेड कंपनी के एरिया मैनेजर मनोज कुमार सिंह और पूर्व कर्मचारी हर्ष ने सूचना दी कि चोरी की बैटरी टेंपो से सप्लाई करने के लिए टेक्निकल मैनेजर बागपत के ठाकुरद्वारा निवासी अंकेश कौशिक के कहने पर उसका टेक्नीशियन मौजिजाबाद नागल जिला बागपत निवासी गौरव निकला है। इस सूचना पर मसूरी फ्लाईओवर पहुंचे गौरव भाग निकला। इसके बाद टीम ने एक टेंपो रुकवा लिया। इसमें सवार युवकों से पूछताछ की तो उन्होंने अपना नाम गांव बिराल जिला मुजफ्फरनगर निवासी ओमपाल और मौजिजाबाद नागल निवासी विवेक पंवार बताए। यह भी बताया कि वे बेस्ट फॉर सोल्यूशन कंपनी के लिए काम करते हैं उनके साथ टेक्नीशियन सुशील भड़ाना निवासी भड़ौली जदौड़ा चोरी को अंजाम देते हैं उनका गिरोह प्रत्येक टावर से 5-6 हजार रुपये का डीजल चोरी कर बेचता है। इससे मिले रुपये अंकेश के साथ मिलकर बांट लेते हैं। इसकी एवज में अंकेश उन्हें साइटों पर काम देता है। आईएमई के मैनेजर लोकेश तोमर निवासी गाजियाबाद उन्हें विभिन्न क्षेत्रों से चोरी बैटरी उपलब्ध कराता है।

इतने टावर हैं आवंटित
जांच टीम के अनुसार ओमपाल सिंह को 28, विवेक को 22, गौरव को 32 टावर आवंटित हैं। अंकेश के अधीन 35 टेक्नीशियन काम करते हैं। एसटीएफ दोनों को पकड़कर इंचौली थाने ले गईं और बैटरी थाना पुलिस के सुपुर्द कर दी। अंकेश और लोकेश को गाजियाबाद से एसटीएफ की टीम उनके मुख्यालय भिजवाकर इंचौली थाने में बुलवाया। अंकेश परिजनों के साथ आया। लोकेश नहीं आया और मोबाइल बंद कर लिया। बैटरी खरीदने के सोर्स और रसीद मांगी गई तो अंकेश ने लोकेश द्वारा प्रस्तुत करने की बात कही। पूछने पर बताया कि वह आठ साल से कंपनी में टेक्निकल मैनेजर है उसके अधीन 980 टावर हैं। वह अपने खर्च के लिए प्रत्येक टेक्निशियन से 4-5 हजार रुपये लेता है जो टेक्निशियन विरोध करता है, उसे समय पर डीजल उपलब्ध न कराकर या अन्य बहाने से हटा देता है पूछताछ के बाद एसटीएफ ने अंकेश कौशिक, ओमपाल सिंह, विवेक पंवार को इंचौली पुलिस के हवाले कर दिया। इन तीनों के साथ गौरव पंवार, सुशील भड़ाना और लोकेश तोमर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पूछताछ के बाद पकड़े गए तीनों आरोपियों को कोर्ट पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। अन्य तीन आरोपियों को तलाश किया जा रहा है।

Share.

About Author

Leave A Reply