मेरठ 26 जुलाई (प्र)। कान्हा उपवन गोशाला में शुक्रवार को उमस भरी गर्मी के कारण हार्टअटैक से दो और गोवंश की मौत हो गई। वहीं, पांच गोवंश की हालत बिगड़ गई। बीमार गोवंशों को उपचार के लिए निगम की टीम ने सूरजकुंड स्थित ट्रामा सेंटर भेज दिया। इसकी जानकारी लगने पर भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा साथियों के साथ गोशाला पहुंचे। भाजपा नेताओं ने हंगामा कर दिया।
नगर आयुक्त सौरभ गंगवार ने भाजपा नेताओं को आश्वासन दिया कि 10 दिन में मॉडल गोशाला बना दूंगा। गोवंशों की मौत का पता लगते ही महापौर हरिकांत अहलूवालिया और पार्षद भी पहुंचे। एक घंटे गोवंशों का हाल जाना और दस दिन में व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं।
गोवंशों की दुर्दशा का मामला 11 दिन बाद शुक्रवार को भी गरमाया रहा। भाजपा नेता विनीत अग्रवाल शारदा, क्षेत्रीय मंत्री इंद्रपाल बजरंगी, क्षेत्रीय कार्यालय प्रभारी अभय सिंह, जिला महामंत्री हरीश चौधरी, मलियाना मंडल अध्यक्ष वरुण ठाकुर, मनीष प्रजापति शुक्रवार दोपहर गोशाला में पहुंच गए। उसके साथ नगर आयुक्त भी मौजूद रहे।
वहां पर जमीन पर बेसुध पड़े सात गोवंशों को देखकर भाजपाइयों ने हंगामा कर दिया। पशु चिकित्सक डॉ. प्रियंका शर्मा को बुलाया गया। उन्होंने उमस के कारण हार्टअटैक से दो गोवंश की मौत की पुष्टि कर दी। अन्य पांच गोवंशों को सूरजकुंड ट्रामा सेंटर भिजवाया गया।
करीब दो घंटे भाजपा नेताओं ने गोशाला का मुआयना कर चारा, पानी और सफाई पर सवाल उठाकर अफसरों की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लगाया। मृत गोवंशों का पोस्टमार्टम के बाद जमीन में दबाने की बात कही। गोशाला में चार गोवंश मर गए, इस सूचना पर महापौर हरिकांत अहलूवालिया, पार्षद राजीव गुप्ता उर्फ काले, दीपक वर्मा, विक्रांत ढाका मौके पर पहुंचे। महापौर ने निर्देश दिए कि किसी भी सूरत में गोवंशों की मौत नहीं होनी चाहिए। दो डॉक्टरों की नियुक्ति करें व लापरवाही करने वाले कर्मचारी-अधिकारियों पर कार्रवाई करें।
विनीत अग्रवाल ने नगर आयुक्त को चेतावनी दी कि अगर दस दिन में गोशाला को मॉडल नहीं बनाया गया तो वह धरने पर बैठ जाएंगे। आठ अगस्त को वह अपना जन्मदिन गोशाला में ही मनाएंगे। तीस लाख रुपये महीना चारा खिलाने को दिया जाता है, लेकिन निगम तीन लाख भी खर्च नहीं करता। भ्रष्टाचार में नेता हो या अधिकारी, बख्शें नहीं जाएंगे। उन्होंने प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह को फोन पर गोशाला का हाल बता दिया और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
नगर आयुक्त सौरभ गंगवार का कहना है कि जिन दो गोवंश की मौत हुई है, वह हाल ही में गंभीर हालत में ही गोशाला में आए थे। मैं खुद रोजाना गोशाला में जाकर काम करा रहा हूं। अपर नगर आयुक्त और निगम की टीम दिन-रात वहां पर गोवंशों के लिए बेहतर व्यवस्था बनाने में लगे हैं। 10 दिन में गोशाला में काफी सुधार देखने को मिलेगा। चारा, पानी और चोकर की पूरी व्यवस्था कर दी। कुछ कर्मचारी हटाकर उनकी जगह नए कर्मचारी लगाए हैं। नया टीन-शेड बनाया है, जहां पर उनको शिफ्ट करेंगे।