Friday, November 22

र‍िश्वत मांगने के आरोप में मेरठ विकास प्राधिकरण के दो अनुचर निलंबित

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मेरठ 18 दिसंबर (प्र)। मेडा के दो अनुचरों ने लावड़ में सीलिंग की कार्यवाही के नाम पर एक आदमी से 5 हजार रुपए की रिश्वत मांग ली। प्राधिकरण के वीसी अभिषेक पांडेय के पास मामला पहुंचा तो उन्होंने दोनों कर्मचारियों को एंटी करप्शन की टीम को सौंप दिया। वहीं दोनों कर्मचारियों को सस्पेंड भी कर दिया है।

रिश्वत मांगने के आरोप में मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) ने अपने दो अनुचरों वेद प्रकाश और सुदेश को निलंबित कर दिया है। दोनों को भ्रष्टाचार निवारण संगठन को सौंप दिया गया है। इसी के साथ ही थाने में तहरीर दी गई है और विभागीय जांच भी सचिव को सौंपी गई है।
मामला अवैध निर्माण पर सील लगाने को नोटिस देने व उसके बदले में रिश्वत मांगने का है।

मेडा के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने बताया कि जनता दर्शन में लावड़ क्षेत्र से शिकायतें आई थीं। आरोप लगा कि तीन-चार स्थानों पर रिश्वत ली है। इसकी जब पुष्टि करने के लिए पूछताछ की गई तो दोनों अनुचर कोई जवाब नहीं दे सके। इस पर दोनों को तत्काल निलंबित कर दिया गया। इसके साथ भ्रष्टाचार करने के मामले में भ्रष्टाचार निवारण संगठन की पुलिस को बुलाकर दोनों को सौंप दिया गया। मेडा की ओर से दोनों के खिलाफ तहरीर दी गई है। सचिव चंद्रपाल तिवारी को दोनों के खिलाफ विभागीय जांच सौंपी गई है।

शिकायतकर्ताओं ने मेडा उपाध्यक्ष को बताया कि दोनों लोग प्रतिदिन बाइक पर क्षेत्र में घूमते थे। पांच हजार रुपये से कम पर नहीं मानते थे। यदि कोई रिश्वत देने से मना करता था तो उसी समय सीलिंग की टेप लगा देते थे। लोगों ने बताया कि दोनों जेब में सीलिंग वाली टेप लेकर घूमते थे।

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