मेरठ 20 दिसंबर (प्र)। सिवाया टोल प्लाजा पर गुंडई करने का सीसीटीवी वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। फुटेज में साफ दिख रहा है कि कुछ युवकों ने टोल बूथ में घुसकर टोल स्टाफ और टोल कलेक्टर संजीव को जमकर पीटा है। उनके साथ गालीगलौज भी कर दी। ये पूरी वारदात टोल फ्री कराने के चक्कर में हुई है। वहीं टोल स्टाफ की शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। फुटेज से आरोपियों की पहचान भी हो गई है। दो आरोपियों को पुलिस ने देर रात ही अरेस्ट कर लिया। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि पूरे मामले में दो मुख्य आरोपी परमजीत निवासी धंजू और पीयूष निवासी दवा गांव को अरेस्ट किया है। केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी
दौराला थाना क्षेत्र के सिवाया टोल प्लाजा पर गुंडई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। टोल प्लाजा कर्मचारियों के साथ मारपीट की घटना ने सनसनी फैला दी है । स्कार्पियो सवार कुछ बदमाश मेरठ के दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा पर कपड़ों से मुंह ढकर पहुंचे। टोल पर अटैक कर दिया। जहां टोल फ्री करने को लेकर उनकी बहस हो गई ।जिसके बाद उन्होंने टोल कर्मी की बुरी तरह पिटाई कर दी। इस दौरान काफी देर तक टोल फ्री भी रहा। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश देहरादून की तरफ भाग गए। इसके बाद पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
जिन गाड़ियों में सवार लोगों ने टोल कलेक्टर और स्टाफ को पीटा है उनमें से एक गाड़ी मे भारतीय किसान यूनियन का झंडा भी लगा था। गुंडों ने टोल कलेक्टर के सीने और चेहरे पर पैर मारे, उसके सीने पर पैर रखकर दम घुटने तक जान से मारने का प्रयास भी किया। इस सारी घटना के बीच मारपीट करने वाले दो आरोपियो को टोल के अन्य कर्मचारियों ने पकड़ भी लिया। लेकिन सभी लोग बूम तोड़कर भाग गए।
टोल प्लाजा मैनेजर अनुज सोम ने बताया कि बृहस्पतिवार को सरसवा गांव निवासी संजीव की ड्यूटी टोल पर लगी थी। मेरठ की ओर से आ रही दो कारें बगैर टोल दिए वहां से गुजरने लगीं। संजीव ने जब टोल मांगा तो कार में सवार युवकों ने संजीव के साथ गालीगलौज की। उन्होंने खुद को दौराला का निवासी बताया। इस पर संजीव ने कहा कि तुम दौराला के नहीं हो, इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।
इसी बीच टोल कलेक्टर ने दोनों गाड़ी निकाल दीं। करीब 10 मिनट बाद ही कार सवार युवक व अन्य लोग फिर से तीन-चार गाड़ियों और 8-10 बाइक पर पहुंचे। वे अंदर टोल बूथ में घुस गए। घुसते ही संजीव के साथ मारपीट शुरू कर दी और उसे घसीटकर 10 मीटर तक बाहर ले गए। भागते समय लाइसेंसी पिस्टल से मारने की धमकी भी दी गई। आरोपियों ने भागते वक्त कहा कि भारतीय किसान यूनियन का नेता हूं, परमजीत मेरा नाम है धंजू मेरा गांव है। अगर मेरी गाड़ी रोकी गई तो ऐसा ही हाल कर दूंगा।
दौराला पुलिस ने थोड़ी देर बाद ही दबिश देकर आरोपी धंजू गांव निवासी परमजीत और दवा गांव निवासी पीयूष को एक ढाबे से खाना खाते हुए गिरफ्तार कर लिया।