बागपत 20 नवंबर। साइबर टीम की छापेमारी में पकड़े गए साइबर कैफे संचालकों के लिंक कनाडा और पाकिस्तान से मिले हैं। पकड़े गए आरोपी व्हाट्सएप के जरिए आधार कार्ड की डिटेल कनाडा भेज रहे थे। उनके लगातार व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तान से बातचीत करने का भी खुलासा हुआ है। एलआईयू और आईबी समेत कई जांच एजेंसियां इस संबंध में हिरासत में ली गई एक महिला समेत आधा दर्जन युवकों से पूछताछ करने में जुटी है। एजेंसियों को कई अन्य महत्त्वपूर्ण जानकारियां भी मिली हैं।
हाल ही में साइबर टीम ने बागपत में छापेमारी कर कई कैफे संचालकों को हिरासत में लिया था। टीम ने कोर्ट रोड, पीएनबी बैंक और बड़ौत रोड पर की गई।छापेमारी के दौरान लैपटॉप और कंप्यूटर आदि सामान भी जब्त किया था। रात में ही साइबर सैल ने एलआईयू और आईबी को हिरासत में लिए गए संदिग्ध युवकों की जानकारी दे दी थी। जिसके बाद जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई थी। जांच एजेंसियों ने हिरासत में लिए गए युवकों के मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटॉप खंगाले, तो चौकाने वाले मामले सामने आए। साइबर कैफे संचालकों का यह गिरोह फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाता था । पीएनबी बैंक शाखा में बैठकर आधार कार्ड बनाने वाला गिरोह का सदस्य फर्जी जन्म प्रमाण के जरिए आधार कार्ड बनाता था।
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद विदेशी कनेक्शन होने की चर्चा जोरों पर रही। गिरफ्तार किए गए एक आरोपी के मोबाइल में पाकिस्तानी समेत अन्य विदेशी नंबरों पर चैटिंग होने के बाद डिलीट करने की भी चर्चा होती रही। हालांकि पुलिस को ऐसा कोई सबूत अभी नहीं मिला है और विदेशी कनेक्शन की पुष्टि नहीं हुई है। सूत्रों की मानें तो पुलिस अभी भी विदेशी कनेक्शन का पता लगाने में जुटी हुई है।
बिलौचपुरा गांव की महिला राशिदा के पासपोर्ट की फोटो कॉपी भी इनके पास से मिली है। इससे यह भी माना जा रहा है कि यह फर्जी आधार कार्ड से पासपोर्ट भी बनवाते हैं। इसको लेकर भी पुलिस जांच करने में जुटी है।