लखनऊ, 11 अगस्त। यूपी सरकार भले ही विधानसभा में विजन डाक्यूमेंट को लेकर 24 घंटे की चर्चा कराने की तैयारी में हो, लेकिन मुख्य विपक्षी पार्टी सपा इसको लेकर विरोध में दिखती है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुहिम पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब नौ साल में कुछ काम नहीं किया तो अब क्या करेंगे। हालांकि 14 अगस्त से इस पर शुरू होने वाली चर्चा में सपा का क्या रुख रहेगा या किस तरह की रणनीति बनाएगी-इस पर अंतिम निर्णय होना है।
अखिलेश यादव ने रविवार शाम सपा विधानमंडल दल की बैठक में विजन डाक्यूमेंट की चर्चा कराने पर भाजपा को घेरा। उन्होंने विधायकों से कहा कि वह स्कूल मर्जर लेकर सरकार के बढ़ते अन्याय के खिलाफ सदन में आवाज बुलंद करें। सपा प्रमुख ने कहा कि चुनाव आयोग को पिछले दिनों हुए उपचुनाव वाले जिलों के जिलाधिकारियों को सस्पेंड कर देना चाहिए। यदि वे ऐसा करें तो कोई फर्जी वोटर लिस्ट नहीं बनेगी।
सपा प्रमुख ने भाजपा पर चुनावी गड़बड़ियां करा कर चुनाव जीतने का आरोप लगाते हुए उसे भ्रष्टाचार का विश्वविद्यालय और चुनावी भ्रष्टाचार का ब्रह्मांड विद्यालय बताया है। अखिलेश ने कहा कि हक़मारी और ‘मतमारी’ से लोकतंत्र को ख़त्म करने के भाजपा षड्यंत्र को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। सपा प्रमुख ने रामपुर, कुंदरकी व मिल्कीपुर में विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सपा को मिले वोट बताते हुए कहा कि इस तरह वोटों की डकैती की गई है।