मेरठ 22 नवंबर (प्र)। सरधना में सामने आया बच्चे के कथित अपहरण का मामला किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। शुक्रवार दोपहर 10 वर्षीय बच्चे के गायब होने की सूचना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। महिला की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण का मामला मानकर तुरंत कई टीमें गठित कर दीं। स्वॉट, क्राइम ब्रांच और पुलिस की विशेष टीमों ने बच्चे की तलाश शुरू की। कुछ ही घंटों में जो सच्चाई सामने आई, उसने पूरे गांव के होश उड़ा दिए।
जानकारी के अनुसार दबथुवा निवासी सोनिया नामक महिला ने दोपहर बाद पुलिस को फोन कर बताया कि उसका बेटा स्कूल से घर लौटते समय लापता हो गया। उसने पड़ोसी मोहित सहित चार लोगों पर अपहरण का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। आरोप लगते ही गांव में तनाव फैल गया और पुलिस ने नामजद को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस को घर पर लगे सीसीटीवी बंद मिले, महिला के मोबाइल कॉल डिटेल की जांच की गई तो कई अहम सुराग लगे।
एकतरफा प्रेम, पैसों का लालच और बदला
पुलिस जांच में सामने आया सोनिया की शादी 15 साल पहले हुई थी और उसके तीन बच्चे हैं। पति से विवाद के चलते वह मायके में रहने लगी। कुछ समय पहले गांव के ही मोहित से उसके प्रेम संबंध हो गए। महिला उस पर शादी का दबाव बना रही थी। इंकार करने पर उसने पहले उसके खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कराया, फिर समझौते के लिए पैसे मांगने लगी। मोहित के परिवार द्वारा पूरी रकम न देने पर उसने बदला लेने को अपने नए साथी संजय के साथ मिलकर अपने बेटे को खुद गायब कर दिया और पड़ोसी पर झूठा केस दर्ज करा दिया।
नोएडा से जुड़ा तार, बच्चा मिला साथी के घर
पुलिस की सर्विलांस टीम को संदिग्ध फोन नंबरों और लोकेशन ट्रैकिंग से पता चला कि बच्चा गौतमबुद्धनगर में रामविहार कॉलोनी, गिरधरपुर छपरौला में मौजूद है। देर रात मेरठ पुलिस टीम ने दबिश देकर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। बच्चा महिला के परिचित संजय के घर में छिपाकर रखा गया था। एसपी देहात अभिजीत कुमार और सीओ सरधना आशुतोष कुमार ने बताया कि मोहित की मां इन्द्रेश की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी सोनिया और उसके साथी संजय के खिलाफ रंगदारी व फर्जी अपहरण का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
