लखनऊ 14 अगस्त। उत्तर प्रदेश पुलिस के 16 पुलिसकर्मियों को गैलेंट्री अवार्ड से नवाजा जाएगा. साथ ही यूपी एसटीएफ के डीएसपी धर्मेश कुमार शाही यानी डीके शाही, IPS अजय कुमार शाही को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वीरता पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा. वीरता पुरस्कार की घोषणा के बाद डीके शाही फिर से चर्चा में आ गए हैं.
डीके शाही के अलावा यूपी के 16 और पुलिसकर्मियों को गैलेंट्री मेडल यानी वीरता पुरस्कार दिया जाएगा। इनमें 1 IPS, 2 DSP, 3 ASI, 2 इंस्पेक्टर, 7 हेड कॉन्स्टेबल, 2 कॉन्स्टेबल शामिल हैं।
जिन 16 पुलिसकर्मियों को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा उनमें इंस्पेक्टर मनीष प्रताप सिंह चौहान, सब इंस्टपेक्टर अक्षय प्रवीर कुमार त्यागी शामिल हैं. इनके अलावा कांस्टेबल राजन कुमार, कांस्टेबल मुकेश सिंह, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस दीपक कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल हेमंत भूषण सिंह, हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, सब इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार शामिल हैं.
इसके अलावा हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार, टेक्निकल हेड कांस्टेबल अरुण कुमार, सीनियर सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस अजय कुमार शाही (IPS) सब इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र, हेड कांस्टेबल मनोज कुमार, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस धर्मेश कुमार शाही, हेड कांस्टेबल यशवंत सिंह, हेड कांस्टेबल नीरज कुमार पांडे शामिल हैं.
डीके शाही को यह वीरता पुरस्कार हरीश पासवान के एनकाउंटर को लेकर मिलेगा। हरीश का एनकाउंटर चार साल पहले बलिया के रसड़ा में नींबू चट्टी पर हुआ था। शाही एनकाउंटर करने वाली टीम का हिस्सा थे। हरीश बलिया जिले के हल्दी थाना के बाबूबेल गांव का रहने वाला था। एनकाउंटर से एक दिन पहले ही पहले वाराणसी के तत्कालीन एडीजी जोन बृजभूषण ने इनाम की राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपए किया था।
यूपी पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, 1974 को जन्मे डीके शाही मूल रूप से देवरिया के रहने वाले हैं। साल 2019 में वह डिप्टी एसपी की रैंक पर प्रमोट हुए। डीके शाही की पत्नी ऋतु शाही बीजेपी की नेता हैं। मंगेश यादव एनकाउंटर से पहले ऋतु शाही को उत्तर प्रदेश महिला आयोग का सदस्य नियुक्त किया था। डीके शाही ने अब तक 50 से ज्यादा एनकाउंटर किए हैं।
सुल्तानपुर में पिछले साल यानी 2 सितंबर 2024 को मोस्ट वांटेड मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद डीके शाही चर्चा में आए थे. इस एनकाउंटर में शाही चप्पल पहने हुए एनकाउंटर सपोर्ट नजर आए थे.
सबसे ज्यादा अवॉर्ड यूपी के खाते में
गैलेंट्री और सर्विस मेडल के लिए देश के 1090 पुलिस जवानों को चुना गया। इसमें सबसे ज्यादा यूपी पुलिस के 95 पुलिसकर्मी हैं। 17 को गैलेंट्री, 6 को राष्ट्रपति और 72 पुलिस वालों को सराहनीय सेवा के लिए पदक दिए जाएंगे।