मेरठ 09 अक्टूबर (प्र)। महानगर में बेहतर यातायात प्रबंधन को लेकर मेरठ विकास प्राधिकरण की ओर से आयोजित प्रथम गोलमेज हैकेथान-2024 में सभी छह जोन के 48 प्रस्तावित परियोजनाओं पर मंथन हुआ। जनप्रतिनिधियों और संबंधित विभागों के अधिकारियों से सुझाव लिए गए। लैंडमोनेटाइजेशन से जुटाई गई 350 करोड़ की रकम को किस-किस तरह से खर्च किया जाएगा, इसे विस्तार पूर्वक बताया गया। हर परियोजना के कार्य के सामने उसके खर्च का विवरण दिया गया। इस दौरान कई प्रस्तावों को मौके पर मंजूरी मिल गई। जल्द ही मेडा टेंडर कराकर कार्य शुरू कराएगा। शहर को जाम मुक्त करने के लिए सबसे अधिक कार्य सड़कों का चौड़ीकरण, सड़कों पर रेलिंग और डिवाइडर का होगा।
मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय का दावा है कि एक महीने में इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली जाएगी। इसके बाद टेंडर निकाल कर कार्य शुरू करा दिया जाएगा। पूरे शहर को छह जोन में बांटा गया है इसलिए व्यवस्थित तरीके से कार्य होगा। हैकेथान में मेडा के सचिव आनंद कुमार सिंह, प्रभारी मुख्य नगर नियोजक विजय कुमार सिंह की प्रमुख भूमिका रही।
ये बनेंगे नए बाईपास
दिल्ली रोड से मोहिउद्दीनपुर, महरौली होते हुए डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर के किनारे से बागपत रोड, शामली-करनाल रोड तक। इसके लिए डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड से बात करके उसकी जमीन ली जाएगी।
जमीन फ्रेट कारिडोर की रहेगी और सड़क निर्माण का खर्च मेडा वहन करेगा। इसका लाभ सामान्य यातायात के साथ ही फ्रेट कारिडोर के स्टेशनों को भी सीधे तौर पर मिलेगा। गौरतलब है कि कारिडोर के दोनों तरफ अतिरिक्त जमीन का अधिग्रहण किया गया था। अभी इस पर धनराशि खर्च का आकलन नहीं हुआ है।
भूड़बराल से रजवाहे के किनारे होते हुए घाट गांव तक सड़क का चाैड़ीकरण। इससे देहरादून बाईपास के वाहन मेरठ साउथ स्टेशन तक जाने के लिए बाईपास के रूप में इसका उपयोग कर सकेंगे। इस पर 12.61 करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान लगाया गया है।
ये बनेंगे एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर
बच्चा पार्क से जली कोठी चौराहा तक थापर नगर के समानांतर नाले के ऊपर एलिवेटेड रोड।
हापुड़ अड्डा चौराहा व कमिश्नरी आवास चौराहे के ऊपर ओवरब्रिज का निर्माण।
चौड़ा होगा बिजली बंबा बाईपास, बनेगा डिवाइडर
जाम से जूझ रहा बिजली बंबा बाईपास का चाैड़ीकरण किया जाएगा। चौड़ीकरण के बाद बीच में डिवाइडर बनाया जाएगा। चौड़ीकरण के लिए अतिरिक्त जमीन खरीदी जाएगी न ही रजवाहे को पाटा जाएगा। रजवाहे की जो पूर्ण चौड़ाई है उसकी पूरी चौड़ाई तक सड़क बनाई जाएगी। इससे एक तरह से आने व दूसरे तरफ से जाने वाले वाहनों के लिए लेन हो जाएगी। इस पर 80 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
ये होंगे प्रमुख कार्य
सभी प्रमुख सड़कों की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। डिवाइडर व फुटपाथ बनेगा। रेलिंग लगेगी।
ई-रिक्शा का लेन अलग होगा।
सभी चौराहों की चौड़ाई बढ़ाकर बाएं निकलने का रास्ता दिया जाएगा।
ओडियन नाला व आबूनाला समेत सभी नाले की पुलिया की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी।
काली नदी की पुलिया की चौड़ाई चार लेन की जाएगी।
यहां बनेगी मल्टीलेवल भूमिगत/पार्किंग
बच्चा पार्क, टाउनहाल, जिमखाना, कचहरी।
यहां बनेंगे फुटओवरब्रिज
तेजगढ़ी क्रासिंग से कृष्णा प्लाजा, बेगमपुल पर साईं टेंपल से लालकुर्ती, शास्त्री पार्क व हापुड़ अड्डा।
इसके लिए उनके पास करीब 100 से अभी अधिक प्रस्ताव आए थे, लेकिन उन्हें जोन के हिसाब से आंवटित करते हुए 48 परियोजनाओं को प्रस्तावित किया गया है। इन पर आम सहमति के बाद कार्य शुरू किया जाएगा। इस दौरान ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर, राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेई, सांसद अरुण गोविल, बागपत सांसद डा. राजकुमार सांगवान, विधायक अमित अग्रवाल, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे., मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने धरोहर स्कैन ऐप का विमोचन किया। इस ऐप में मेरठ विकास प्राधिकरण की ओर से किए जाने वाले कार्यों की जानकारी मिलेगी। इस दौरान मेरठ विकास प्राधिकरण के सचिव आनंद सिंह, जोनल अर्पित यादव, नगर नियोजक विजय समेत मेडा के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।