मेरठ 12 जुलाई (नगर संवाददाता)। प्रदूषण विभाग की लापरवाही और हरित विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधियों द्वारा ध्यान न दिये जाने के चलते बैंक वालों और बैंक कर्मियों की अपनी सुविधाऐं जुटाने और पैसा कमाने की जारी दौड़ में इनके संचालक इस भंयकर गर्मी और उमस में बैंक में लगे एसी के सड़क पर लगाये गये पंखों से निकलने वाले प्रदूषित हवा गर्मी के चलते यहां आने वाले ग्राहकों और आने जाने वाले नागरिकों की क्या स्थिति होती होगी और उसे किस किस प्रकार की कितनी बिमारियां हो सकती है। इस बिन्दु पर ध्यान देने की कोई आवश्यकता शायद नजर नहीं आती। वर्ना दिल्ली रोड़ पर केसरगंज पुलिस चौकी के सामने खुले एचडीएफसी बैंक के संचालक इस तरीके से जनमानस के स्वास्थ से खिलवाड़ करने की हिम्मत माल कमाने की अंधी दौड़ में नहीं कर सकते थे। चित्र में सारे सरकारी नियमों को नजरअंदाज कर खुले इस एचडीएफसी बैंक की साईड में मौजूद दिवार पर लगभग एक दर्जन एसी के पंखे लगे बताये जाते है जो बैंक के खुलने से लेकर बंद होने तक प्रदूषित हवा फैंकते है। बैंक के आगे वाहन खड़ा करने हेतु नियम अनुसार पार्किंग का स्थान भी नहीं है इसलिए चार गाड़िया आई नहीं कि यहां जाम लगना शुरू हो जाता है। आसपास के कुछ नागरिकों का कहना है कि इस हाईवे मार्ग पर बैंक के जब एसी चलते है तो उससे निकलने वाली प्रदूषित हवा में सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। बैंक संचालकों ने इस प्रदूषित हवा से बचाने के लिए कोई उपाय नही किये है। मेरठ मंड़लायुक्त जी डीएम साहब तथा एनजीटी के अफसर नागरिकों को इस गर्मी और उमस के माहौल में जो बिमारियां पैदा होने की संभावनाऐं को ध्यान में रखते हुए इतने एनजीटी विभाग सक्रिय नहीं होता बैंक संचालकों के विरूद्ध जनहित में करनी चाहिए कार्रवाई। क्योंकि यहां पार्किंग की भी व्यवस्था पूरी नहीं और अन्य नियमों का जो पालन होना चाहिए वो भी जागरूक नागरिकों के अनुसार बैंक संचालकों के द्वारा नहीं किया जा रहा है। कुछ लोगों ने यह भी मांग की है कि इतने बैंक नियमानुसार व्यवस्था नहीं करता बैंक को बंद कराया जाए।
कमिश्नर साहब डीएम व एनजीटी के अधिकारी दे ध्यान! एचडीएफसी बैंक के एसी से निकलने वाली प्रदूषित हवा बन रही है बिमारियों का कारण, पार्किंग विहीन बैंक संचालकों पर हो कार्रवाई
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