Sunday, July 6

जिले की सीमा पर मेरठ से चार गुना तक ज्यादा हैं सर्किल रेट

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मेरठ 11 अप्रैल (प्र)। मुख्य सचिव के आदेश पर जनपद में संपत्तियों और जमीनों के सर्किल रेट को संशोधित करने के लिए किए जा रहे सर्वे में नई जानकारियां सामने आ रही हैं। मेरठ की सीमा से सटे गाजियाबाद के कई गांवों में कृषि भूमि के सर्किल रेट चार गुना से भी ज्यादा हैं। जिसे देखते हुए मेरठ के गांवों के सर्किल रेट को भी दो गुना और उससे भी ज्यादा करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। सर्किल रेट के प्रस्तावों पर मंथन के लिए 15 अप्रैल को दर्जन भर विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की तैयारी भी की जा रही है।

प्रदेश के मुख्य सचिव ने उन जनपदों में संपत्तियों के सर्किल रेट संशोधित करने का आदेश दिया है जहां पिछले वर्ष यह संशोधन नहीं हुआ था। मेरठ जनपद में वर्ष 2016 के बाद वर्ष 2022 में सर्किल रेट संशोधित किए गए थे। इसका कारण यहां विभिन्न प्रोजेक्ट और विकास योजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया थी। मुख्य सचिव के आदेश के बाद इस बार मेरठ में भी सर्किट रेट को संशोधित कराने की तैयारी की जा रही है। जिलाधिकारी के निर्देश पर निबंधन और स्टांप विभाग के अधिकारी इसके लिए सभी क्षेत्रों का सर्वे करके वहां बाजारी मूल्यों की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। उसी के अनुपात में नए सर्किल रेट का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।

कुछ ऐसी है असमानता
गांव का नाम सर्किल रेट / प्रस्तावित नए रेट

  1. काजमाबाद गून (दिल्ली रोड मेरठ ) 46 लाख / 1.02 करोड़ सारा निवाड़ी (गाजियाबाद) 1.84 करोड़
  2. भवी (मेरठ) 35 लाख / 90 लाख पतला (गाजियाबाद ) 1.27 करोड़
  3. रसूलपुर धौलड़ी (मेरठ) 46 लाख / 92 लाख
    मतौर और खिंदौड़ा (गाजियाबाद) 1.71 करोड़ 87 लाख
  4. दादरी ( रुड़की रोड मेरठ) 67 लाख/ 86 लाख
    भैंगी (मुजफ्फरनगर) 86 लाख
  5. सैफपुर फिरोजपुर ( बिजनौर रोड मेरठ) 61 लाख / 61 लाख
    मीरापुर (मुजफ्फरनगर) 90 लाख
  6. मोहिउद्दीनपुर (मेरठ) 1.95 करोड/ 1.95 करोड़
    सैदपुर डीलना (गाजियाबाद ) 91 लाख
  7. कैली (मेरठ) 1.58 करोड़ / 1.58 करोड़
    दादरी (हापुड़) 72 लाख
    नोट: कृषि भूमि की दरें प्रति हेक्टेयर की हैं।
    सीमावर्ती गांवों में सर्किल रेट में मिला भारी अंतर
    मुख्य सचिव का निर्देश है कि जनपदों की सीमाओं पर गांव आपस में सटे होते हैं लेकिन दोनों की भूमि की दरों में भारी अंतर रहता है। यह असमानता विकास योजनाओं के लिए किए जाने वाले भूमि अधिग्रहण व अन्य कार्यों में परेशानी का कारण बनती है। मुख्य सचिव की आशंका मेरठ में सही निकली। यहां कई गांव ऐसे मिले जिनकी कृषि भूमि के सर्किल रेट गाजियाबाद के गांवों के सर्किल रेट से चार गुना तक कम हैं। कुछ गांव ऐसे भी हैं जिनके सर्किल रेट गाजियाबाद व अन्य जनपदों से ज्यादा हैं। इन स्थानों पर सर्किल रेट को दो गुना तथा उससे ज्यादा बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
    15 अप्रैल को बैठक में मंथन की तैयारी
    स्टांप और निबंधन विभाग के जनपद के सभी छह सब रजिस्ट्रार ने संपत्तियों के बाजारी रेट का सर्वे करके नए सर्किल रेट के प्रस्ताव तैयार हैं। जिलाधिकारी ने एडीएम वित्त सूर्यकांत त्रिपाठी और एआइजी निबंधन शर्मा नवीन कुमार एस को यह जिम्मेदारी दी है। प्रस्तावित दरों पर मेरठ विकास प्राधिकरण, एडीएम भूमि अद्याप्ति, एडीएम प्रशासन, पीडब्ल्यूडी, आवास विकास परिषद, एनएचएआइ, जिला उद्योग केंद्र, रोडवेज, आरआरटीएस, आरईएस, पावर ग्रिड, नागरिक उड्डयन, सिंचाई अधिकारियों संग बैठक कर खुली चर्चा की जाती है। बैठक 15 अप्रैल को करने की तैयारी है।
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