Thursday, November 13

सलावा में तनाव, आठ गिरफ्तार, गांव में भारी पुलिसबल तैनात

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सरधना 18 सितंबर (प्र)। जिला मुख्यालय से 38 किलोमीटर दूर सरधना तहसील के ठाकुर चौबीसी के गांव सलावा में नाले से मछली पकड़ने से रोकने और प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर शुरू हुए विवाद ने सांप्रदायिक संघर्ष का रूप ले लिया।
मंगलवार रात दो समुदाय के युवकों में कहासुनी के बाद शुरू हुआ मामूली विवाद देखते ही देखते साम्प्रदायिक संघर्ष में बदल गया। बात इतनी बढ़ी कि देखते ही देखते लाठी-डंडे और धारदार हथियार चलने लगे। झड़प में राजपूत समाज के नौ लोग घायल हो गए, जिनमें आठ की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को पहले सरधना सीएचसी और बाद में मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। बुधवार सुबह डीएम डॉ. वीके सिंह और एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने गांव पहुंचकर हालात का जायजा लिया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।

घायल पक्ष का कहना है कि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने तालाब की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर मदरसा निर्माण कर लिया है। जब गांव वालों ने विरोध किया तो हमला कर दिया। ग्रामीणों ने अवैध निर्माण हटाने और मदरसे की जांच की मांग उठाई है।

वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि झगड़ा राजपूत युवकों द्वारा की गई कहासुनी के बाद शुरू हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि रात में राजपूत समाज के लोग उनके घरों में घुस आए, मारपीट की, पथराव किया और महिलाओं से बदसलूकी की। एक पीड़िता उस्मानी पुत्री अबरार ने पुलिस को तहरीर देकर सुरक्षा की मांग की है।
पुलिस ने बुधवार को मुस्लिम पक्ष के आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गांव में तलाशी अभियान भी चलाया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सिर्फ आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, लेकिन मुस्लिम समुदाय का कहना है कि निर्दोष लोगों को भी परेशान किया जा रहा है।

राजस्व विभाग की टीम ने किया स्थल निरीक्षण
घटना के बाद बुधवार को प्रशासन ने राजस्व विभाग की टीम को गांव भेजा। टीम ने तालाब की भूमि पर हुए निर्माणों का सिजरा और पैमाइश से अवलोकन किया। अधिकारियों ने कहा कि अवैध कब्जों पर जल्द रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इन आठ लोगों को भेजा जेल
आरिफ, सत्तार, अबरार, नाजिम, फुरकान, उस्मान, सलमान और रिहान को जेल भेज दिया गया। डीएम डॉ. विजय कुमार सिंह का कहना है कि अशांति फैलाने वाले तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

घटना के बाद से गांव में भारी पुलिस बल तैनात है। गलियों में पुलिस की गश्त लगातार जारी है। अफवाहों को रोकने के लिए प्रशासन सतर्क है। गांव में फिलहाल तनावपूर्ण शांति का माहौल बना हुआ है। डीएम डॉ. विजय कुमार सिंह और एसएसपी डॉ. विपिन कुमार ताडा ने मेडिकल कॉलेज और सलावा पहुंचकर घायलों का हाल जाना और डॉक्टरों को बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। दोनों अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि जांच निष्पक्ष होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

बुधवार शाम को भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम सलावा गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी ली और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
पूर्व विधायक ने कहा कि गांव सलावा में इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई। यह सब एक नियोजित साजिश लगती है। श्राद्ध पक्ष चल रहे हैं और ऐसे में मछली प्रकरण के नाम पर जानबूझकर विवाद खड़ा किया गया है। आरोपियों के खिलाफ गुंडा एक्ट व जिला बदर की कार्रवाई नहीं होती, तो वह खुद अधिकारियों से इस मुद्दे पर वार्ता करेंगे।

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