फिल्मी कलाकार अब बिना अनुमति के अपने फोटो के उपयोग या नाम का इस्तेमाल करने के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं। पिछले दिनों एक दक्षिण भारतीय हीरो का बयान आया तो अब अभिषेक व ऐश्वर्या राय बच्चन ने यूटयूब से चार करोडु का हर्जाना मांगा और मुकदमा दायर किया। इससे संबंध खबर से पता लगा कि अब वीआईपी अपने फोटो व नाम का उपयोग कर पैसा कमाने वालों से परेशान हो चुके हैं और इसे बंद करना चाहते हैं। संविधान में यह व्यवस्था दी गई बताते हैं कि किसी वीआईपी का नाम व फोटो बिना उसकी या सरकार की अनुमति उपयोग ना किया जाए लेकिन यहां तो सरकारों द्वारा जिन भूमाफियाओं और अन्य सफेदपोश आर्थिक अपराधियों द्वारा काम किए जा रहे हैं उन पर कार्रवाई के निर्देश के बावजूद पैसे के दम पर प्रयोजित छवि को निखारने के लिए केंद्रीय और प्रदेशों के मंत्रियों, सीएम व पीएम के फोटो का उपयोग करने लगे हैं। लोगों का मानना हेै कि किसी बड़े नेता के फोटो से पहले अनुमति की व्यवस्था है तो भूमाफिया और आर्थिक अपराधियों जिनमें से कुछ के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाती हैं उनके द्वारा विभिन्न अवसरों पर बड़े लोगों के साथ अपनी फोटो लगाकर बधाई संदेश छपवाए जाते हैं जिला प्रशासन आखिर उनके खिलाफ क्यों नहीं करता कार्रवाई। अभी फिल्मी कलाकार इस मामले में मुखर हो रहे हैं तो वो समय भी जल्द आएगा जब वरिष्ठ नेता सरकारी नीति के खिलाफ काम करने वालों द्वारा अपने फोटो के उपयोग करने पर सवाल उठाएंगे। अच्छा तो यह हेै कि उससे पहले ही जनप्रतिनिधियों द्वारा वरिष्ठ नेताओं की छवि को बनाए रखने के लिए फोटो व नाम के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाए और जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया हो वो ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ सक्रिय होना चाहिए लेकिन बड़े नेताओं के फोटो का दुरुपयोग बंद हो।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
भूमाफियाओं और आर्थिक अपराधियों द्वारा अपने महिमामंडन हेतु वीआईपी और बड़े नेताओं के फोटो के उपयेाग पर लगे रोक
Share.