मेरठ 13 अक्टूबर (दैनिक केसर खुशबू टाइम्स)। केन्द्र सरकार आधार कार्ड व्यवस्था को पूरी तौर से प्रचलन में लाने के लिए कर रही है हरसंभव प्रयास परिणाम स्वरूप हर सरकारी कार्यालय में आधार कार्ड की अनिवार्यता कर दी गई हैं। अभी पिछले दिनों डाक विभाग की स्थापना के 149वें साल का जश्न मनाया गया। विभाग के अधिकारियों ने बड़े बड़े दावे कर सराहनीय सेवा देने का दावा किया। लेकिन आम आदमी आधार कार्ड बनवाने के लिए लोहे के चने चबाने वाली कहावत पर उतरने को तैयार है मगर फिर भी ना तो कोई उसकी सुनने वाला है और ना ही कोई राह दिखाने वाला। एक जानकारी के अनुसार पिछले तीन दिन से सर्वर डाउन होने की वजह से लोगों के आधार कार्ड की कार्रवाई पूरी नहीं हो पा रही बताई जा रही है। तो नया आधार कार्ड बनवाने हेतु आवेदन फार्म जब कोई लेने जाता है तो बताया जाता है कि सुबह 8 बजे मिलेंगे उस समय जाता है तो या तो बांटने वाला बाबू नहीं है या फार्म उपलब्ध नहीं है।
एक पीड़ित ने मौखिक रूप से बताया कि बाहर बैठे गार्ड साहब भी काफी परेशान करते है और जन सेवा केन्द्र पर जाकर फार्म ले लो के साथ ही रजबन स्थित एक जन सेवा केन्द्र का पता भी बता देते है जहां 10 रूपये में फार्म 24 में से 16 घंटे उपलब्ध रहता है। आम व्यक्ति विभागीय उच्चअधिकारियों तक नहीं पहुंच पाता क्योंकि कभी उसकी हिम्मत नहीं होती तो कभी नीचे वाले नहीं जाने देते।
कुल मिलाकर यह चर्चा जोरों पर है कि माननीय प्रधानमंत्री जी की भावनाओं से जुड़े जनहित के इस अभियान के तहत आधार कार्ड बनवाना कठिन कार्य हो गया है आम आदमी के लिए। आखिर लोग एक दूसरे से पूछते है कि यह कैसी सराहनीय डाक सेवा है एक तरफ तो 149वां साल पूरा होने का जश्न मना रहे है नई नई सुविधाएं देने के दावे किये जा रहे है दूसरी तरफ आधार कार्ड बनवाने आने वालों को किया जा रहा है परेशान। कुछ नागरिकों का मौखिक रूप से यह भी कहना है कि अफसर हो या बाबू निर्धारित समय पर अपनी सीट पर उपलब्ध नहीं होते है अगर होते है तो सही प्रकार से जबाव नहीं देते। प्रवर अधीक्षक डाक साहब सरकार के आधार कार्ड बनवाने के अभियान की सफलता और आम आदमी को हो रही परेशानी से मुक्ति दिलाने के लिए आप ही कुछ कीजिए। क्योंकि इससे संबंध जन समस्याऐं बढ़ती ही जा रही है।