मेरठ 13 नवंबर (प्र)। परतापुर से हरिद्वार होते हुए देहरादून जाने वाले हाईवे (पुराना एनएच 58) पर यातायात का बेतहाशा दबाव है। प्रत्येक सप्ताह शनिवार और रविवार को तो वाहनों की संख्या इतनी बढ़ जाती है कि हाईवे पर वाहनों का चल पाना दूभर हो जाता है। बार बार यहां जाम लगता रहता है। लोगों को जाम की इस समस्या से अब जल्द छुटकारा मिल जाएगा।
केंद्रीय मंत्रालय के आदेश पर एनएचएआइ ने इस मार्ग के परतापुर से मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा तक सिक्स लेन चौड़ीकरण की डीपीआर तैयार करानी शुरू कर दी है। इसके लिए कंसलटेंट एजेंसी का ड्रोन सर्वे अंतिम चरण में है।
मार्च 2026 तक डीपीआर तैयार करके मंत्रालय को सौंपी जानी है। अभी तक के सर्वे के मुताबिक इस हिस्से में लगभग 20 नए अंडरपास बनाने होंगे। मंसूरपुर में हाईवे को लगभग डेढ़ किमी तक एलीवेटेड गुजारा जाएगा।
हर समय रहती है वाहनों की भीड़, वीकेंड पर मारामारी
दिल्ली से मेरठ होते हुए देहरादून तक जाने वाले पुराने एनएच 58 को अब मेरठ में परतापुर तिराहे से देहरादून तक राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा प्राप्त है। इस मार्ग पर रोजाना गुजरने वाले वाहनों का दबाव बेतहाशा बढ़ गया है।
इसके बाद दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद से हजारों की संख्या में लोग शनिवार और रविवार की छुट्टी में पहाड़ी क्षेत्रों पर घूमने के लिए इसी मार्ग से जाते हैं। जिसके चलते शुक्रवार शाम से ही वाहनों की मारामारी मचती है जो कि सोमवार सुबह तक जारी रहती है। इन हालात में इस मार्ग पर बार बार जाम लगता रहता है और वाहनों का यहां से निकल पाना मुश्किल हो जाता है।
होगा सिक्स लेन चौड़ीकरण, खत्म होगी समस्या
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय ने इस समस्या के समाधान के लिए इस हाईवे को परतापुर से मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा तक (लगभग 80 किमी) के हिस्से को सिक्स लेन चौड़ा करने का आदेश दिया है। जिसके बाद एनएचएआइ कंसलटेंट एजेंसी तैनात करके मानव रहित ड्रोन सर्वे करा रही है।
मैसर्स एफपी इंडिया प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड यह काम कर रही है। अब इस हाईवे को कुल 130 मीटर चौड़ा करने के लिए ड्रोन हो रहा है। कंसलटेंट एजेंसी के परियोजना प्रमुख रामपाल सिंह सैनी ने बताया कि सर्वे अब अंतिम चरण में है। इसी सर्वे के आंकड़ों के आधार पर डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार होगी।
हर चौराहे पर बनेगा अंडरपास, नहीं रहेगी कोई अड़चन
इस मार्ग पर अभी भी फ्लाईओवर और अंडरपास की संख्या कम नहीं है लेकिन सिक्स लेन चौड़ा करने के लिए अब प्रत्येक चौराहा बंद करके अंडरपास से गुजारा जाएगा। अभी तक 20 नए अंडरपास बनाए जाने का अनुमान है। अधिकांश मार्ग पर सर्विस रोड बनाई जाएगी।
मंसूरपुर में दोनों ओर मार्केट, चीनी मिल, मेडिकल कालेज के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। यहां डेढ़ किमी की दूरी में एलीवेटेड सड़क बनाई जाएगी। पुराने फ्लाईओवर को चौड़ा करके डबल किया जाएगा। इस चौड़ीकरण कार्य के लिए कुछ जमीन भी खरीदनी होगी। इस कार्य में लगभग तीन हजार करोड़ का खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
परियोजना निदेशक एनएचएआइ अमित प्रणव का कहना है कि सर्वे कार्य लगभग पूरा हो गया है। मार्च 2026 तक डीपीआर तैयार कर ली जाएगी। अगले सप्ताह जिलाधिकारी ने इसके लिए बैठक बुलाई है।
जिलाधिकारी डा. वी के सिंह का कहना है कि जाम से आम जनता को निजात दिलाने के लिए देहरादून हाईवे सिक्स लेन चौड़ा किया जाएगा। इसकी डीपीआर तैयार की जा रही है। डीपीआर बनने के बाद डेढ़ साल में इस काम को पूरा कराया जाएगा।
