Friday, November 22

पांच बार की चेतावनी के बाद भी नहीं सुधरे तो होगी कार्रवाई

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लखनऊ 16 दिसंबर। प्रदेश के बिजली अभियंताओं के कामकाज की समीक्षा के लिए पावर कॉरपोरेशन में नई रणनीति बनाई गई है। इसके तहत अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता और मुख्य अभियंता के कामकाज के संबंध में माहवार रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा। इस रिपोर्ट कार्ड के आधार पर उनकी स्थिति की समीक्षा की जाएगी।

नई कवायद के तहत संबंधित क्षेत्र में चल रही परियोजनाओं की प्रगति, राजस्व वसूली, नए कनेक्शन, ट्रांसफार्मर फुंकने, लाइन हानियां आदि की स्थिति के आधार पर उन्हें नंबर दिए जाएंगे। जिनके नंबर बेहद कम होंगे, उन्हें चेतावनी दी जाएगी। पांच बार की चेतावनी के बाद भी हालत नहीं सुधरी तो संबंधित अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस रिपोर्ट कार्ड के आधार पर वार्षिक चरित्र पंजिका में भी आकलन किया जाएगा।

पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने बताया कि रिपोर्ट कार्ड के जरिए हर अभियंता के कामकाज की तस्वीर सामने रहेगी। वे हर माह देख सकेंगे कि कौन सा काम बेहतर किया गया और कहां पीछे हैं। उन्हें अपने कामकाज को सुधारने का मौका भी मिलेगा। एक-दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप की गुंजाइश खत्म होगी।

आरोप-प्रत्यारोप की खत्म होगी गुंजाइश
अभी तक अभियंताओं के कामकाज पर वार्षिक चरित्र पंजिका में उनके वरिष्ठ अधिकारी नंबर देते हैं। इसमें कनेक्शन देने, राजस्व वसूली सहित विभिन्न कामों के आधार पर मूल्यांकन होता है। कम नंबर होने पर पदोन्नति प्रभावित होती है। ऐसे में तमाम अभियंता यह आरोप लगाते हैं कि उन्हें संबंधित क्षेत्र में बेहत्तर काम किया था, लेकिन उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने जानबूझकर उन्हें कम नंबर दिया। इस रिपोर्ट कार्ड के आधार पर इस शिकायत का भी निस्तारण किया जा सकेगा। अभियंता के साथ भेदभाव करने वाले अधिकारी भी पकड़ में आ सकेंगे।

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