मेरठ, 10 जनवरी (प्र)। सदर क्षेत्र में संगठित गिरोह की तर्ज पर संचालित किया जा रहे फर्जी मैरिज ब्यूरो ने एक शख्स से भारी भरकम रकम की ठगी कर ली। उसको लड़कियां दिखाई गयीं, उनमें से जो पसंद करायी गयी, उससे शादी कराए जाने के नाम पर एक बड़ी रकम ले ली गयी, लेकिन जब बात शादी कराने की आयी तो मैरिज ब्यूरो चलाने वालों ने उसको टरकाना शुरू कर दिया। लंबे अरसे तक उसको चक्कर कटाते रहे। जब उसने शादी कराने के नाम पर दी गयी रकम को वापस मांगी तो पहले तो टालते रहे, लेकिन बाद में मना कर दिया।
बताया जाता है कि इस शख्स की तर्ज पर दर्जनों लोगों को मैरिज ब्यूरो चलाने वाले अपना शिकार बना चुके थे। जिस शख्स के साथ शादी कराने के नाम पर बड़ा फ्राड़ किया बाद में उसने थक हारकर पुलिस से मदद मांगी। मामले की जानकारी मिलने पर सदर पुलिस इसमें एक्टिव हो गयी। सदर थाना क्षेत्र में बताए गए ठिकाने पर पुलिस ने दबिश दीं। वहां से कुछ लोगों को पूछताछ के लिए उठाया गया। उसने पूछताछ की। जानकारी मिली है कि पूछताछ में जो बातें सामने आयीं उससे पुलिस भी हैरत में पड़ गयी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई का दायरा बढ़ाना शुरू किया और मैरिज ब्यूरो में काम करने वाले स्टाफ के ठिकानों का पता लेकर वहां भी दबिश देकर स्टाफ को भी पूछताछ के लिए उठा लिया। जिनको उठाया गया उनमें आधा दर्जन से ज्यादा लड़कियां भी शामिल बतायी गयी हैं। यह भी पता चला है कि पूछताछ के लिए जिन लड़कियों को थाने लाया गया था उनमें किसी नेता या उनके किसी परिचित की बेटी भी शामिल बतायी जाती है। जब घंटों बाद भी थाना सदर बाजार से वह अपने घर नहीं पहुंची तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने एक बडे“ पुलिस अधिकारी को कॉल किया। उधर, आठ युवतियां पुलिस हिरासत में है। फर्जी मैरिज ब्यूरो चलाने वालों के तथा उसमें काम के नाम पर शादी कराने की मंशा लेकर वहां आने वालों से ठगी करने वालों के ऊंचे कनेक्शन बताए जाते हैं। जैसे ही पुलिस ने संचालकों पर शिकंजा कसाना शुरू किया, उनकी सिफारिश में फोन काल्स आने शुरू हो गए। इनका कितना असर खाकी पर हुआ यह कहना अभी जल्दबाजी होगी।
ऐसे फंसाते थे शिकार
यह भी पता चला है कि शादी की हरसत लिए फर्जी मैरिज ब्यूरो में आने वालों को शिकार में फंसाने का बेहद नायाब तरीका अपनाया जाता था। इस बात का ध्यान रखा जाता था कि उसके साथ की जाने वाली ठगी की उसको भनक तक न लगने दी जाए। सबसे पहले तो रजिस्ट्रेशन के पर हजारों की ठगी की जाती।
उसके बाद क्रमबद्ध तरीके से कभी लड़की के यहां जाने तो कभी लड़की के घर वालों को बुलाने तो कभी लड़की को गिफ्ट के नाम पर जेब ढ़ीली करायी जाती थी। कई बार तो जो लड़कियां वहां काम करती हैं उनमें से ही किसी को दिखा दिया जाता था। जिस दिन लड़की दिखाई जाती थी उस दिन बड़ी ठगी होती थी और शिकार के जाने के बाद संचालक जश्न मनाया करते थे।
आदित्य बंसल, एएसपी सदर सर्किल का कहना है कि सदर क्षेत्र में एक फर्जी मैरिज ब्यूरो के बारे में जानकारी मिली थी। कुछ को पूछताछ के लिए उठाया गया है। काफी चौंकाने वाली जानकारी मिली हैं। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।