मेरठ 20 अक्टूबर (दैनिक केसर खुशबू टाइम्स)। माननीय न्यायालय द्वारा ठीक दिपावली से कुछ दिन पूर्व हरित पटाखों के बिकने की दी गई अनुमति के बाद शहरभर में लगभग डेढ दर्जन स्थानों पर शहर रामलीला ग्राउंड जीमखाना मैदान छावनी क्षेत्र रूड़की रोड कंकरखेड़ा आदि में प्रशासन द्वारा पटाखे बिकने की दी गई मंजूरी से बड़ों के साथ साथ बच्चों के चेहरे पर विशेष खुशी की चमक खूब नजर आई और छावनी क्षेत्र पल्लवपुरम सेन्ट्रल मार्केट सहित जहां जहां पटाखे उपलब्ध थे वहां वहां लेने वालों की भींड नजर आई। बीती रात को अनार चकरी फूलझड़ी वाली पैन्सिल राकेट आलू क्लासिक अनार व बुलेट बम के साथ ही स्काईशॉर्ट व रावण बम की बिक्री खूब बताई गई।
कोरोना काल के बाद आम आदमी पर आर्थिक साधनों की उत्पन्न हुई तंगी से कम हुई क्रय शक्ति के बाद भी धनतेरस पर बर्तन सोने चांदी के जैवरों के साथ ही गिफ्ट और मिठाई विक्रेताओं सहित सजावट के सामान और फूल लक्ष्मी गणेश जी की मूर्ति बेचने वालों के यहां जो भींड नजर आ रही थी बुजुर्गों के अनुसार ऐसा दिपावली उत्साह 34 साल में और समृद्ध हुआ नजर आया। वैसे तो अपने अपने हिसाब से लगभग सभी बाजार सजे लेकिन बेगमपुल आबूलेन आदि पर हुई साज सज्जा आम आदमी को आर्कषित कर रही थी। बताते है कि इससे पूर्व आबूलेन पर 1991 में ऐसी भव्य दिवाली मनाई गई थी। सारे मंदिर सजे हुए है। आज सुबह से ही बाजारों में खरीदारी हेतु उपभोक्ताओं का आवागमन शुरू हो गया।
कुछ वरिष्ठ नागरिकों के अनुसार और नटराज सिनेमा के मालिक विभिन्न रूपों में सिनेमा जगत से जुड़े रहे वर्तमान में संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय गुप्ता का कहना है कि 2000 के बाद 2010 तक जो शहरीकरण और बाजारवाद में बढ़ोत्तरी हुई वो भी दिपावली पर खुशियां बढ़ाने का मुख्यकारण कह सकते है। सारे बाजार और घर लाईटों से सजे है जो खुशहाली और नागरिकों के उत्साह का प्रतीक है। इस मौके पर अनहोनी घटनाओं से निपटने के लिए फायर बिग्रेड और पुलिस भी चाकचौबंद नजर आ रही थी। आसानी से अपने पद से संबंध कार्यों के निस्तारण हेतु कितने ही व्यापारी एडीएम सिटी ब्रिजेश सिंह की प्रशंसा करते नजर आये।
