दैनिक केसर खुशबू टाइम्स
मेरठ, 04 दिसंबर (विशेष संवाददाता) अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा आनन्दम आश्रम, श्रद्धापुरी स्थित कैम्प कार्यालय पर भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी की 140 वी जयन्ती श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाई गई। सायं 04ः00 बजे सभा के कैम्प कार्यालय पर समाज के बन्धुओं ने डॉ राजेन्द्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रान्तीय अध्यक्ष, ए.के. जौहरी ने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कहते है कि प्रत्येक चमकने वाली वस्तु सोना नहीं हुआ करती। इस तरह साधारण दिखने वाले व्यक्ति में कितना असाधारण व्यक्तित्व छिपा है कोई अन्दाजा नहीं लगा सकता। स्वतन्त्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद इस बात का जीता जागता उदाहरण है। वह एक ऐसेे राजनीतिक थे जो सदा सत्य और अहिंसा के लिए लड़े। एक गाँव से राष्ट्रपति भवन तक के इस लम्बे सफर में उनका कोई शत्रु नहीं था। इसलिए गाँधी जी ने उन्हें अजातशत्रु की संज्ञा दी थी।
आज युवा/कम उम्र के क्रान्तिकारी श्री खुदीराम बोस जी के जन्मदिन पर माल्यार्पण कर स्मरण किया गया। उनका जन्म 03 दिसम्बर 1889 को हुआ था तथा दिना ंक 12 अगस्त 1908 को शहीद हुए थेे। इस अवसर पर प्रमुख रुप से आनन्द कुमार जौहरी, शचिन्द्र मोहन, ए. के. सक्सैना, डॉ. तेजभान, ज्ञानेन्द्र, दिनेश सक्सैना, सुरेश सक्सैना, मुकेश सक्सेना, प्रमोद जौहरी, श्याम बिहारी माथुर, रेखा जौहरी, मदन मा ेहन जौहरी, उमेश सक्सैना, अजय कुमार भटनागर आदि उपस्थित रहे।