मेरठ 30 मई (प्र)। कई राज्यों में कंपनी खोलकर रकम दोगुनी का झांसा देकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले अमरोहा की एसजीबी इंफाटेक एग्रोलैंड कंपनी के एमडी व मैनेजर ( भाई-बहन) को सिविल लाइंस पुलिस ने गिरफ्तार किया। दोनों चार साल से फरार चल रहे थे। उन पर 15-15 हजार का इनाम घोषित था। कंपनी खोलने वाले पंचम सागर को पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है।
गत दिवस सीओ सिविल लाइंस अभिषेक तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 24 फरवरी 2020 में आर्य नगर जेल चुंगी निवासी प्रवीण कुमार ने रघुवीर सिंह निवासी पांडव नगर, पंचम सागर निवासी सैदपुर, मुरादाबाद, अमित गिरि निवासी धनौरा, संजीव व सोनिका कुमारी निवासी बाली सराय, अमरोहा व राजपाल सिंह निवासी बाईखेड़ा अमरोहा पर केस दर्ज कराया था। आरोप था कि रघुवीर के दामाद पंचम सागर ने अमरोहा में एसजीबी इंफाटेक एग्रोलैंड कंपनी खोली। इसमें संजीव को एमडी व उसकी बहन सोनिका को मैनेजर बनाया। रघुवीर, अमित व राजपाल भी यहीं काम करते थे। कंपनी की ब्रांच पहले मेरठ के नगला बट्टू व बाद में साकेत में स्थित एलआइसी बिल्डिंग के पास खोली गई। कंपनी रकम लेकर दोगुना करती थी। प्रवीण ने पत्नी के नाम से खाता खोला व 66 लाख जमा कराकर कंपनी का एजेंट बन गया।
प्रवीण के अनुसार कंपनी में सैकड़ों लोगों ने करोड़ों जमा कराए। उसके बाद कार्यालय बंदकर आरोपित फरार हो गए। बुधवार को सिविल लाइंस पुलिस ने मवाना बस अड्डे से संजीव व सोनिका को गिरफ्तार किया। सीओ ने बताया कि दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया ।
बंटी-बबली से कम नहीं: सोनिका व संजीव की जोड़ी बंटी-बबली से कम नहीं हैं। पुलिस दोनों को ढूंढती रही वह फिरोजाबाद में जाकर ठगी करने लगे। वहां पोल खुली तो एटा में आफिस खोल ठगी शुरू की। संजीव पर सात व सोनिका पर छह केस दर्ज हैं। 2022 में वांछित होने पर फरार चल रहे थे। वे विदेश गए ।