मेरठ 30 मई (प्र)। चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के केपी बॉयज हॉस्टल में हॉस्टल वार्डन की हैवानियत का एक शर्मनाक चेहरा सामने आया है। हॉस्टल वार्डन डी.के. चौहान द्वारा चार छात्रों को बेरहमी से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया है। वार्डन पर आरोप है कि चार छात्रों को एक साथ सोने की वजह से उन्हें बुरी तरह पीटा गया। यह घटना यूनिवर्सिटी प्रशासन की कार्यप्रणाली और अनुशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
पीड़ित छात्रों ने आरोप लगाया है कि वार्डन ने पहले भी कई बार छात्रों के साथ बदसलूकी और मारपीट की घटनाओं को अंजाम दिया है, लेकिन हर बार मामला दबा दिया गया है। वीडियो के सामने आने के बाद अब छात्र खुलकर सामने आ गए हैं और इंसाफ की मांग कर रहे हैं।
सुबह 3 बजे तक छात्र कुलपति आवास के बाहर बैठे रहे। सुबह को फिर से छात्र एकत्र होकर कुलपति कार्यालय पहुंच गए। छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए असिस्टेंट वार्डन के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर दी। पूरे मामले में चीफ वार्डन प्रो. दिनेश कुमार का कहना है कि प्रो. डीके चौहान को असिस्टेंट वार्डन पद से हटा दिया गया है।
छात्रों का कहना है कि केपी हॉस्टल में लंबे समय से अनुशासन के नाम पर अत्याचार हो रहा है और वार्डन मनमाने तरीके से छात्रों पर अपना रौब दिखाते हैं। पिटाई की घटना के बाद हॉस्टल में भय का माहौल है और अधिकांश छात्र डरे-सहमे हुए हैं। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
यह पहली बार नहीं है जब वार्डन डी.के. चौहान पर इस तरह के आरोप लगे हैं। पूर्व में भी उनके खिलाफ कई बार शिकायतें दर्ज की गई थीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
छात्र नेता विनीत चपराणा का कहना है कि इस तरह से छात्र की डंडे से पिटाई करना बेहद शर्मनाक है। हमने कुलपति से मांग की है कि डीके चौहान को वार्डन पद से हटाया जाए, वह छात्रों से माफी मांगे। जब तक कार्रवाई का आश्वासन नहीं मिलेगा हम धरने पर बैठे रहेंगे।
छात्रों के प्रदर्शन के चलते चीफ वार्डन प्रो. दिनेश कुमार ने छात्रों के बीच जाकर बताया कि प्रो. डीके चौहान को असिस्टेंट वार्डन पद से हटा दिया गया है, पूरे मामले की जांच की जा रही है। छात्र नेता विनीत चपराणा का कहना है कि उन्हें सिक्योरिटी के सारे पदों से हटाया जाए। पिटाई के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई जाए।