Tuesday, October 14

सीएमओ साहब घर घर दस्तक देने से नहीं चलेगा काम, साल भर तक टीबी एड्स कैंसर सर्वाइकल आदि बीमारियों की रोकथाम और जागरूकता के लिए क्या किया गया, जनता को वो बताईए

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हर साल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अभियान चलाने के नाम पर विचार गोष्ठी या स्कूली बच्चों की रैली निकालकर और समाचार छपवाकर जिम्मेदारियों की इतिश्री कर लेते हैं ऐसा कई नागरिकों से सुना। बताते चलें कि सीएमओ
कार्यालय स्थित सभागार में गत दिवस मीडिया कार्यशाला हुई। जिसमें मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अशोक कटारिया ने कहा कि स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के बाद पांच अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक संचारी रोग अभियान शुरू होगा। 11 अक्टूबर से दस्तक अभियान चलाया जाएगा। दस्तक अभियान में घर-घर दस्तक देकर लक्षण वाले रोगियों की सूची तैयार की जाएगी। इसमें बुखार, टीबी, कुष्ठ रोगी, कुपोषित बच्चे शामिल होंगे। स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान में 1.09 लाख मरीजों को निरूशुल्क इलाज मुहैया कराया गया है। दो अक्टूबर तक यह अभियान चलेगा। करीब 4200 बच्चे टीकाकरण से वंचित हैं। जिनको टीका लगाने का कार्य किया जाएगा। सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए भी टीकाकरण कराया जाएगा। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. प्रवीण गौतम सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
सीएमओ कार्यालय के सभागार में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण गौतम की मौजूदगी में जो यह जानकारी दी गई उसमें स्वास्थ्य विभाग के वो जिम्मेदार अधिकारी भी मौजूद नहीं थे जिन्हें इस काम को अंजाम देना है। उनकी इस अवहेलना से यह स्पष्ट होता है कि यह अभियान खबरें छपवाने तक ही सीमित ना रह जाए। कई लोगों का कहना था कि विशेष अवसरों पर ही यह अभियान क्यों चलाए जाते हैं और इनकी सफलता की जानकारी जनता को सोशल मीडिया के माध्यम से दी जाए। 2 अक्टूबर से शुरू होना बताए जा रहे इस अभियान के संचालन से पहले सीएमओ यह स्पष्ट करें कि पिछले एक साल में गरीब और मलिन बस्तियों में कितने जागरूकता कैंप एडस टीबी कैंसर और अन्य बीमारियों के लगाए गए और कितनी रैलियां बीमारियों की जानकारी देने व जागरूकता करने हेतु निकाली। क्योंकि आम आदमी को यही नजर आता है कि यह अभियान खानापूर्ति और बजट के खर्च करने के अलावा कागजी पेशबंदी से ज्यादा कुछ नहीं है। नागरिकों की ऐसी धारणा समाप्त हो इसलिए सीएमओ यह जारी करें कि सालभर में किस बीमारी के लिए कितनी रैलियां निकाली गई, मलिन बस्तियों में कितने शिविर लगाए गए बीमारियों की रोकथाम के लिए क्या किय गया। सभी मीडिया के माध्यम से नागरिकों को अवगत कराएं क्योंकि कुछ गिने चुने चेहरों के साथ बैठक या रैली के नाम पर खबर छपवाने से यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की भावना के तहत स्वास्थ्या योजनाओ का वो लाभ शायद आम आदमी को नहीं मिल रहा है जो मिलना चाहिए। बीमारियों के नाम पर डराने के बजाय पूर्ण इलाज की जिम्मेदारी को सीएमओ पूरा करें तो ही बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)

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