Monday, December 23

दहेज मांगने वाले परिवार में विवाह करने से मना कर दे बेटियां: कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल

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चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के 35वां दीक्षांत समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विभिन्न परीक्षाओं में परचम लहराने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल पहनाकर किया सम्मानित
मेरठ, 18 अक्टूबर (प्र)। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह सुबह 10 बजे शुरू हुआ। इसकी अध्यक्षता राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने की। मुख्य अतिथि पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा सचिव आयुष मंत्रालय रहे। विशिष्ट अतिथि प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याक्ष रहे। विवि के प्रेक्षागृह में आयोजित दीक्षांत समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा विभिन्न परीक्षाओं में परचम लहराने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 35वें दीक्षा समारोह में बेटियों को स्वर्ण पदक प्रदान करने के बाद कुलाधिपति और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि दहेज मांगने वाले भिखारी होते हैं, ऐसे परिवार में बेटियों का विवाह न करें। राज्यपाल ने कहा कि नोएडा में स्कूटी की मांग पूरी न होने पर बहू को जलाने की घटना का जिक्र करते हुए बेटियों से आह्वान किया कि जो परिवार दहेज मांगे वहां विवाह करने से साफ मना कर दें। माता पिता को बोले की जो परिवार अभी से भिखारी की तरह मांग कर रहा है वह आगे चल कर और क्या क्या मांग करेंगे।

राज्यपाल ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बेटे और बेटियों में भेदभाव बंद करें। बेटियों को सरकारी स्कूल और बेटों को निजी स्कूलों में मोटी फीस देकर पढ़ना गलत है। अगर माता पिता ही ऐसा भेदभाव करेंगे तो समाज से क्या अपेक्षा कर सकेंगे। राज्यपाल ने कहा की सीसीएसयू में मिले स्वर्ण पदक दिखाते हैं कि बेटियां आज कितनी आगे हैं। बेटे पिता के कारोबार को आगे बढ़ाने को ध्यान में रखकर पढ़ाई करते हैं जबकि बेटियों को ससुराल जाना पड़ता है इसलिए वह अधिक मेहनत से पढ़ाई करतीं हैं जिससे भविष्य में कोई विपत्ति आए तो वह आत्मनिर्भर बन सकें।

राज्यपाल ने प्रदेश में दो परिवारों के बीच जमीन को लेकर हुई लड़ाई में छह लोगों की हत्या के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि समाज को ऐसे कृत्यों से बाहर निकलने की जरूरत है। आपसी सहयोग की जरूरत है। यह शिक्षा से ही आता है। शिक्षा हमें सदाचार और प्रेम सिखाती है।

राज्यपाल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सफल होने के बाद समाज और देश को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने रतन टाटा का उदाहरण देते हुए बताया कि वह समूह दुनिया में सबसे ज्यादा दान देता है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को युवाओं को साक्षात्कार के लिए तैयार करने का आह्वान किया। साथ ही सीसीएसयू को क्यूएस रैंकिंग मिलने पर बधाई दी।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय के साथ कैंट विधायक अमित अग्रवाल आदि ने सहभागिता की।

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