मेरठ 25 मई (प्र)। जिला बदर अपराधी को पुलिस हिरासत से छोड़ने के मामले में दौराला पुलिस की गर्दन फंस गई। आरोप है कि पुलिस ने चौकी से छोड़ने की एवज में 40 हजार की रकम वसूली है। सीसीटीवी फुटेज में मामला कैद होने पर पूरे खेल से पर्दा उठ गया। सीओ की जांच में भी वसूली के आरोप की पुष्टि हो चुकी है। मामले में एसएसपी ने जल्द आरोपित चौकी प्रभारी और सिपाही पर कार्रवाई की बात कही है। दौराला थाना पुलिस ने 21 मई की रात जिला बदर राजा को पकड़ा था। चौकी में लाने के बाद राजा को छोड़ने की एवज में सौदेबाजी होने लगी। आरोप है कि पुलिस ने राजा को छोड़ने के लिए 50 हजार रुपये की मांग की।
40 हजार रुपये में बात तय हो गई। राजा के स्वजन रकम लेकर चौकी पर आ गए। स्वजन के अनुसार चौकी प्रभारी सुनील कुमार और सिपाही अवनीश ने 40 हजार रुपये वसूल कर राजा को छोड़ दिया। पूरा मामला चौकी पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। बताया जाता है कि रकम का हिस्सा अन्य पुलिसकर्मियों को नहीं बांटा गया, जिस पर कैमरे की फुटेज साथी पुलिसकर्मियों द्वारा अफसरों को भेज दी गई। तब सीओ दौराला शुचिता सिंह को जांच के आदेश दिए। सीओ ने बताया कि इंस्पेक्टर उत्तम राठौर ने घटना की जानकारी से इन्कार कर दिया। वहीं, जांच के दौरान दारोगा और सिपाही यह मानने को ही तैयार नहीं थे कि राजा को चौकी लाकर छोड़ा है। बल्कि उन्होंने यहां बताया कि गांव में उसके घूमने की सूचना मिली थी। सीओ ने फुटेज दिखाई तो दारोगा और सिपाही ने राजा को छोड़ने की बात कुबूल की। साथ ही जांच में सामने आया कि राजा के स्वजन से 40 हजार की रकम वसूली गई है। सीओ ने एसएसपी को मामले की रिपोर्ट सौंप दी है।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने कहा कि दौराला थाने के दारोगा सुनील कुमार और सिपाही अवनीश के खिलाफ सीओ की रिपोर्ट मिली है। आरोप है कि उन्होंने जिला बदर को चौकी से छोड़ दिया। उसकी फुटेज भी मिल चुकी है। रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।