नई दिल्ली 03 अक्टूबर। दिल्ली पुलिस ने आज सुबह न्यूज़क्लिक से जुड़े विभिन्न परिसरों पर छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक, फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि न्यूज़क्लिक से जुड़े करीब 30 से अधिक स्थानों पर छापेमारी जारी है। सूत्रों के मुताबिक, विदेशी फंडिंग मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूएपीए के तहत छापेमारी की है।
आरोप है कि 3 साल के अंदर करीब 38 करोड़ रुपए का संदिग्ध लेनदेन हुआ है। मामले की जानकारी के बाद पहले दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा, फिर उसके बाद ईडी और अब दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल मामले की जांच कर रही है।
बताते चले कि मानसून सत्र में भाजपा सासंद निशिकांत दुबे ने न्यूजक्लिक पर चीन से फंडिंग का आरोप लगाया था। भाजपा सांसद ने न्यूजक्लिक को देश विरोधी बताया था। उन्होंने कहा था कि चीन से फंडिंग के बाद न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक केंद्र सरकार के खिलाफ देश में विरोध का माहौल बना रहा है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का साथ मिला था। अनुराग ठाकुर ने कहा था कि ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने एक रिपोर्ट छापी थी, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका के करोड़पति कारोबारी नेविल रॉय सिंघम के जरिए न्यूज़क्लिक को फंडिंग मिली थी। नेविल रॉय सिंघम पर चीनी फंडिंग और प्रोपेगंडा फैलाने का आरोप है।
बता दें कि मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर से जुड़े करीब 30 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। इनमें दिल्ली, नोएडा, गजियाबाद में न्यूजक्लिक के ठिकाने शामिल हैं।
कहा जा रहा है कि छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस की टीम ने कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे- लैपटॉप, मोबाइल जब्त किए हैं।
उधर, छापेमारी के बाद जर्नलिस्ट अभिसार शर्मा ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि दिल्ली पुलिस आज सुबह उनके घर पहुंची और उनका लैपटॉप, मोबाइल जब्त कर लिया। अभिसार शर्मा ने 9 अगस्त को एक वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि पिछले कुछ दिनों से न्यूजक्लिक वाले मामले में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और कुछ वाहियात चौनल्स की ओर से मेरे खिलाफ झूठ फैलाया जा रहा है। उन्होंने वीडियो पोस्ट कर लिखा था कि एक-एक बात का मैं जवाब दूंगा, जिसका पहला पार्ट मैं अपने सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए पोस्ट कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सांसद में दम है तो वे संसद के बाहर मेरे खिलाफ लगे आरोप को दोहराएं।
इससे पहले 22 अगस्त को, दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की ओर से दायर एक याचिका पर न्यूज पोर्टल ‘न्यूज़क्लिक’ के चीफ एडिटर प्रबीर पुरकायस्थ को नोटिस जारी किया था। कोर्ट ने 7 जुलाई, 2021 को एक आदेश पारित कर निर्देश दिया कि प्रबीर पुरकायस्थ को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। हालांकि, यह भी कहा कि जांच अधिकारी की ओर से आवश्यकता पड़ने पर उन्हें जांच में सहयोग करना होगा।
ईओडब्ल्यू की ओर से दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक, आईपीसी की धारा 406, 420 और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। जांच के दौरान, अधिकारियों ने आपराधिक कृत्यों का संकेत देने वाले सबूत जुटाए।
एफआईआर में कहा गया है कि आरोपी ने विदेश स्थित अपने साथियों के साथ साजिश रचकर धन जुटाए। फिर उनके निर्देशों के अनुसार काम किया। बता दें कि इससे पहले, ईडी ने भी एक आवेदन के माध्यम से न्यूज़क्लिक और उसके प्रधान संपादक के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था और कहा था कि यह पेड न्यूज के लिए गंभीर आपराधिक साजिश का मामला था।
जांच एजेंसी ने फरवरी 2021 में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में न्यूज़क्लिक के परिसरों और उसके संपादकों के आवासों पर छापेमारी की थी और तलाशी, जब्ती अभियान चलाया था। कथित विदेशी फंडिंग से जुड़ा मामला दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की ओर से दर्ज एक एफआईआर पर आधारित है।