मेरठ 03 अक्टूबर (प्र)। इप्टा मेरठ के भीष्म पितामह एवं महान रंग योद्धा स्व. शांति वर्मा की स्मृति में भारतीय जन नाट्य संघ द्वारा प्रस्तुत नाटक ‘ताजमहल का टेंडर’ में कलाकारों ने दर्शकों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी। नाटक के जरिये कलाकारों ने मौजूदा व्यवस्था पर खूब तंज कसा। जब तक नाटक चला दर्शक मुस्कुराते रहे। ऑडिटोरियम से बाहर आने के बाद भी दर्शक अपनी हंसी नहीं रोक पा रहे थे।
इप्टा के कलाकारों ने बीती रात चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के ‘अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम में ‘ढाई आखर प्रेम’ के यात्रा पार्ट-2 के तहत इस नाटक का मंचन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन वरिष्ठ भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा ने फीता काटकर किया। मुख्य अतिथि कमल दत्त शर्मा, विशिष्ट अतिथि धम्मदीप सिंह, प्रो. असलम जमशेदपुरी रहे, केपी सिंह, आर.के. भटनागर, आनन्द कुमार जौहरी, अज़हर इकबाल आदि ने दीप प्रज्ज्वलित किया। सुरेन्द्र शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, विनेश पाल, नैद अख्तर, अमित शर्मा, श्याम सिंह बोध, डा. आर.पी. सिंह, राकेश जैन, मनेष जैन, राकेश बंसल, नरेश उपाध्याय आदि मौजूद रहे रहे। अतिथियों को प्रतीक चिह्न भेंट कर और गमछा पहनाकर सम्मानित किया गया।
इप्टा द्वारा नाटक ‘ताजमहल का टेंडर’ का मंचन किया गया। जिसके निर्देशक मुहम्मद राशिद यूसुफ रहे। नाटक में शहजाद खान, दिशा वर्मा, अमन अब्बासी, हेमन्त गोयल, राशिद, निखिल अधाना, शाहिद गौरी, संयम वर्मा, रुपाली गुप्ता, राजत, फैसल यासीन, अवनी वर्मा, अमीत, जितेन्द्र, सौराज, हरीश वर्मा, आराध्य कश्यप, राघव गुप्ताश, शिवानी शर्मा ने अहम भूमिका निभाई। मंच संचालन संजीव द्वारा किया गया। नाटक में कलाकारों ने मौजूदा व्यवस्था पर तंज कसते हुए दर्शकों को खूब गुदगुदाया।