कहते हैं कि पुलिस की दोस्ती और दुश्मनी दोनों ही ठीक नहीं होती। दूसरी कहावत अफसर की गाड़ी और घोड़े की पिछाड़ी को बदलकर देखें तो दोनों के पीछे चलना मुश्किल है क्योंकि जैसा रवैया इस विभाग के ज्यादातर लोगों का देखने को मिलता है उससे देखने सुनने पढ़ने से पता चलता है कि वो कब किसे किस मामले में फंसा दे। इस बारे में कोई भी विश्वास से नहीं कह सकता क्योंकि इनकी कलम से जो लिखा गया उससे छु़टकारा बरसों में भी नहीं मिल पाता है और इस बारे में कई बार अदालत द्वारा पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर जो टिप्पण्यिां की जा चुकी है वो भी इस बात को पुख्ता करती हैं। लेकिन भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के दामाद व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामली के चिकित्सा अधीक्षक डॉ दीपक कुमार के कार्यालय में हुई चोरी का खुलासा ना होने से नाराज धरने पर बैठे गुस्से से भरे डॉ दीपक कुमार द्वारा लाइव कहे गए शब्द कि पुलिस मुल्जिम को २०-२० गोली मारकर लाती है। सीओ एसपी खुद खड़े होकर जबरदस्ती एक गोली लिखवाते हैं। उन्होंने ऐसी मुठभेड़ों का सच खोलते हुए कि इनके चिटठे हम खोलते हुए मानवाधिकार आयोग में शिकायत करेंगे। उन्होंने यहां तक कहा कि जेबकतरे को गोली मार देंगे और जो असली हत्यारा है उसे छोड़ देंगे। कानून के रक्षक ये ही हैं क्या। छह लाख वाले को बिरयानी खिलाते हैं और छोड़ देते हैं।
डॉक्टर के बयान ने पुलिस को हिलाकर रख दिया है और यह चर्चा का विषय बना है। घटना के दस दिन बाद भी चोरी का खुलासा ना होने पर डॉक्टर और उनके सहयोगियों ने जो रास्ता अपनाया अगर आम आदमी होता तो पुलिस उसे कब की व्यवस्था सिखा चुकी होती। एक तो डॉक्टर साहब जिनसे लाखों लोग अपना इलाज कराने के लिए जुड़े रहते हैं। दूसरे डॉक्टर दीपक भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के दामाद है। इसलिए कोई आसानी से एक्शन ले पाएगा। एक बात जरूर है कि डॉक्टर साहब ने आम आदमी के लिए कुछ समय के लिए नागरिकों को भयमुक्त वातावरण कायम करने और पुलिस की निरंकुलश कार्य प्रणाली पर अंकुश लगाने का काम जरूर कर दिया है क्योंकि यह वायरल वीडियो और डॉक्टर साहब का वक्तव्य प्रदेश मुख्यालय में बैठे अफसरों तक भी पहुंचा होगा। ऐसे में चोरी तो जल्दी खुलेगी ही। आम आदमी को चलता कर देने वाले पुलिसकर्मी भी सक्रिय होकर काम करेंगे और आम आदमी को कुछ दिन के लिए ही सही छुटकारा तो मिलेगा ही।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
डॉक्टर दीपक कुमार का लाइव टिप्पणियां पुलिस के लिए बन सकता है जान का बवाल
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