मेरठ 11 जून (प्र)। दिव्यांग बेटे की दुल्हन शादी के चार दिन बाद लाखों का माल समेट कर फरार हो गई। सोमवार को भाजपा नेताओं ने पीड़ित परिवार के साथ एसएसपी आॅफिस का घेराव किया और हंगामा किया। एसएसपी से कार्रवाई की मांग की। गंगानगर के आई-341 के रहने वाले अशोक का इकलौता बेटा अनुज दिव्यांग है। अनुज की शादी के लिए अशोक ने गांव मुबारिकपुर थाना भावनपुर निवासी परिचित अमोद कुमार पुत्र लल्लू सिंह से संपर्क किया था। अमोद ने उनकी मुलाकात चांदपुर जिला बिजनौर के रहने वाले कुलविंदर और गजरौला जिला अमरोहा के रहने वाले राजेश उर्फ भूरा से कराई। दोनों युवकों ने अशोक से कहा, शादी का खर्चा उन्हें खुद उठाना होगा।
इसके बाद उन्होंने अशोक की मुलाकात गजरौला की रहने वाली वीरमति से कराई। शादी के लिए साढ़े छह लाख की रकम लेकर वीरमती ने 26 मई को रीना नाम की अपनी कथित बेटी से गजरौला के एक मंडप में अशोक के बेटे अनुज की शादी करा दी। लड़के के परिजनों का आरोप है शादी के पांच दिन बाद एक जून की दोपहर रीना लगभग आठ लाख की ज्वेलरी व करीब एक लाख की नकदी समेटकर घर से फरार हो गई। घर से फरार होती लुटेरी दुल्हन घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
घटना के बाद पीड़ित पक्ष ने दो जून को आरोपियों के खिलाफ गंगानगर थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सोमवार को पीड़ित परिवार भाजपा नेताओं के साथ एसएसपी आॅफिस पहुंचा और यहां जमकर हंगामा किया। आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर एसएसपी से मिलकर पीड़ित पक्ष ने मदद की गुहार लगाई। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने पीड़ित परिवार को जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
शादी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह में छह लोग शामिल है। जिनमें बिचौलियों की भूमिका निभाने वाला राजेश उर्फ भूरा निवासी मुरादाबाद व कुलविंदर सिंह चपराना है। जबकि रीना नाम की लड़की दुल्हन की भूमिका निभाती है। वीरमती पत्नी चरण सिंह निवासी संभल दुल्हन की मां व रीता पत्नी देवेंद्र निवासी गजरौला दुल्हन की भाभी और सेविंद्र पुत्र चरण सिंह निवासी संभल दुल्हन के भाई की भूमिका निभाता है।