मेरठ 30 अक्टूबर (प्र)। नगर निगम ने सूरजकुंड स्पोर्ट्स मार्केट में अत्याधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के निर्माण को बुधवार को भूमि पूजन किया। मेयर हरिकांत अहलूवालिया समेत निगम अधिकारियों ने भूमि पूजन के बाद निर्माण कार्य की नींव रखी।
इसी के साथ स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण का कार्य शुरू हो गया। दूसरी ओर, पार्षद सुमित शर्मा के प्रस्ताव पर मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि यहां परिसर में चल रहे स्वास्थ्य उपकेंद्र को दूसरे स्थान पर शिफ्ट नहीं किया जाएगा। अस्थाई तौर पर उसे जलकर दफ्तर में शिफ्ट करेंगे। फिर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स निर्माण पूरा होने पर कॉम्पलेक्स में ही उपकेंद्र को स्थापित कराया जाएगा।
नगर निगम की खाली पड़ी जमीन पर निर्माण के लिए बुधवार को हुए भूमि पूजन कार्यक्रम में मेयर हरिकांत अहलूवालिया, भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी, भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा, जयकरण गुप्ता, पार्षद सुमित शर्मा समेत नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे।
अस्पताल खंडहर हुआ
सूरजकुंड स्पोर्ट्स मार्केट में निगम का वर्षों से बंद संक्रामक रोग अस्पताल खंडहर हो चुका है। कॉम्पलेक्स तीन मंजिला होगा, 40 दुकानें तैयार की जाएंगी। करीब 29 करोड़ खर्च होंगे।
उजड़ने वाले तीन व्याापारियों के लिए कॉम्पलेक्स में आरक्षित हो दुकानें
सूरजकुंड स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स निर्माण कार्य के चलते तीन दुकानों का ध्वस्तीकरण होगा। स्पोर्ट्स गु्ड़्स व्यापार संघ अध्यक्ष अनुज सिंघल ने मेयर हरिकांत अहलूवालिया और नगरायुक्त से मांग की है कि उजड़ने वाले व्यापारियों का अहित न होने दें। क़ॉम्प्लेक्स में जिन 40 दुकानों का निर्माण होगा, उनमें से 37 की नीलामी प्रस्तावित की जाए। तीन दुकानों को उन दुकानदारों के लिए आरक्षित करा दिया जाए, जो यहां 35-40 वर्षों से व्यापार करते आ रहे हैं और अब दुकानें ध्वस्त होने से वह उजड़ जाएंगे। हालांकि मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने आश्वस्त किया कि तीनों व्यापारियों के हितों का ध्यान रखा जाएगा।
जलकल दफ्तर में अस्थाई शिफ्ट होगा स्वास्थ्य उपकेंद्र
स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स निर्माण कार्य के चलते यहां स्थापित स्वास्थ्य उपकेंद्र को पूरी तरह से दूसरे स्थान पर शिफ्ट किये जाने के प्रस्ताव का पार्षद सुमित शर्मा ने क्षेत्रीय लोगों के साथ विरोध किया। पार्षद सुमित शर्मा ने कहा कि कॉम्प्लेक्स निर्माण का कदम सराहनीय है और इसका स्वागत करते हैं, लेकिन निर्माण कार्य पूरा होने तक यहां स्थापित स्वास्थ्य उपकेंद्र को जलकल दफ्तर परिसर में शिफ्ट कर दें। बाद में उसे कॉम्पलेक्स में ही स्थान दे दिया जाए, हजारों परिवारों को सरकारी स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिलता रहे।
