मेरठ 05 नवंबर (प्र)। गृहकर वसूली बढ़ाने के लिए नगर निगम अब ई- पाश मशीन का इस्तेमाल करेगा। ई- पाश मशीन लेकर घर-घर राजस्व निरीक्षक और मुंशी पहुंचेंगे। 20 नवंबर से यह अभियान शुरू होगा। जीआइएस सर्वे के भौतिक सत्यापन के मद्देनजर अभी ई- पाश मशीन से गृहकर वसूली पुरानी संपत्तियों से की जाएगी। भौतिक सत्यापन पूरा होने पर नई संपत्तियों से भी वसूली की जाएगी।
सोमवार को नगर आयुक्त सौरभ गंगवार ने नगर निगम में कर अनुभाग और एचडीएफसी बैंक के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। एचडीएफसी बैंक ने नगर निगम को 60 ई -पाश मशीन दी हैं। निगम में 17 राजस्व निरीक्षक और 49 मुंशी तैनात हैं। बैठक में मुख्य कर निर्धारण अधिकारी एसके गौतम ने नगर आयुक्त के समक्ष गृहकर वसूली की रिपोर्ट प्रस्तुत की । बताया कि पुरानी संपत्तियां करीब 2.57 लाख हैं। जिनके सापेक्ष 98 हजार संपत्तियों के बिल वितरित हो चुके हैं। शेष संपत्तियों के बिल 15 नवंबर तक वितरित कर दिए जाएंगे। अक्टूबर तक कुल 35 हजार संपत्तियों से लगभग 27 करोड़ रुपये गृहकर प्राप्त हुआ है। नगर आयुक्त ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की। कहा कि पुरानी संपत्तियों से गृहकर वसूली में तेजी लायी जाए। 30 नवबंर तक पिछले साल 42 करोड़ रुपये गृहकर आया था। इस बार नगर आयुक्त ने लक्ष्य बढ़ाते हुए 55 करोड़ कर दिया है। कर अधीक्षकों से कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
आठ हजार नई संपत्तियों का होगा भौतिक सत्यापन : जीआइएस सर्वे के अनुसार नगर निगम के 90 वार्डों में करीब चार लाख संपत्तियां सामने आई हैं। जिनमें पुरानी संपत्तियां 2.57 लाख हैं। करीब 1.48 लाख नई संपत्तियां हैं। करीब आठ हजार नई संपत्तियों का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। इन संपत्तियों का गृहकर वार्षिक मूल्यांकन एक लाख से अधिक है। इसी महीने इन संपत्तियों का भौतिक सत्यापन पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। दिसंबर से नई संपत्तियों से कर वसूली शुरू की जाएगी।
भवन स्वामी के दर्ज मोबाइल नंबर पर पहुंचेगा एसएमएस
नगर निगम में दर्ज संपत्तियों के भवन स्वामी के दर्ज मोबाइल नंबर पर गृहकर बिल जमा करने का एमएमएस पहुंचेगा। जिसमें गृहकर बिल की धनराशि भी अंकित होगी। राजस्व निरीक्षक और मुंशी भवन स्वामी के घर पहुंचेंगे। ई- पाश मशीन से आनलाइन गृहकर बिल जमा करेंगे। बिल जमा करने के बाद मौके पर ही रसीद देंगे। पुरानी संपत्तियों के करीब 2.57 लाख भवन स्वामी हैं।
नगर आयुक्त सौरभ गंगवार का कहना है कि 60 ई- पाश मशीन मिली हैं। डोर टू डोर गृहकर वसूली शुरू कराने जा रहे हैं। दूसरी व्यवस्था एक नया पोर्टल बनवा रहे हैं। जिसमें घर बैठे लोग अपने गृहकर बिल को देख सकेंगे। उसी पोर्टल से आनलाइन माध्यम से बिल जमा कर सकेंगे। तीसरी व्यवस्था काउंटर पर बिल जमा करने की पूर्व की तरह रहेगी। गृहकर बिल अधिक है तो लोग आपत्ति अपने जोन के जोनल अधिकारी, कर अधीक्षक से उनके कार्यालय जाकर दर्ज करा सकते हैं।