मेरठ 25 जून। देश केा आजाद कराने के लिये राजकीय में शहीद हुए बलिदान देने वाले महान सैलानियों की याद में बने शहीद स्मारक के उत्थान और सौंदर्यकरण के मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा बड़े बड़े दावे किये जा रहे हैं। चर्चा है कि केंद्र सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा इसके रखरखाव के लिये काफी धनराशि भी दी गई है।उसके बावजूद अगर जागरूक नागरिक शहीद स्मारक का दौरा करें तो उनके सामने असलीयत खुलकर सामने आ सकती है कि एमडीए के अधिकारी देहली रोड स्थित राजकीय स्वतंत्रता संग्रहालय शहीद स्मारक का रखरखाव कर रहे हैं। गत दिवस देखा गया कि मैनगेट पर कू़ड़े के ढेर लगे हुए थे और नाला भी लबालब गंदगी से अटा पड़ा हुआ था। स्थिति ऐसी थी कि नाक पर रूमाल रखकर भी खड़ा नहीं हुआ जा रहा था।
अंदर देखने पर दिखाई दिया कि शायद पिछले कई दिनों से यहां की साफ सफाई भी नहीं हुई। रही बात एमडीए विभाग की तो चित्र में नजर आ रहे मैनगेट के सामने पड़े कूड़े का ढेर और अंदर उग रही जंगली पौधे इस ओर इंगित कर रहे हैं मेरठ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा बड़े बड़े दावे रख रखाव के किये जा रहे हैं मगर सही मायनों में यहां की देखभाल शायद नहीं की जा रही।
वरना जो स्थिति नजर आयी वो दिखाई नहीं देती। यह कहने में कोई हर्ज महसूस नहीं हो रहा है कि एमडीए के वीसी और अन्य अधिकारियों द्वारा शहीद स्मारक को लेकर किये जा रहे वादे ढोल की पोल के अलावा कुछ नहीं हैं।