ऊन / शामली 16 जनवरी। गांव बल्ला मजरा के पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय में तैनात रहे प्रधानाध्याक बाबू हसन पर मिड डे मील में लाखों का घोटाला पकड़ा गया है। जांच पूरी होने के बाद 5 लाख के करीब का घोटाला मिलने पर आरोपी शिक्षक बाबू हसन को निलंबित करते हुए बीआरसी ऊन से संबद्ध कर दिया गया। वहीं बीएसए ने बाबू हसन से घोटाले की रकम की रिकवरी के लिए भी नोटिस जारी कर दिया है।
ऊन तहसील क्षेत्र के गांव बल्ला मजरा के पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय में तैनात पूर्व प्रधानाध्यापक बाबू हसन पर विद्यालय के अध्यापक सुनील सागर ने मिड डे मील (एमडीएम) व एसएमसी के खातों में लाखों रुपए के घोटाला करने के आरोप लगाए थे। इसके बाद जिलाधिकारी ने 22 नवंबर को जांच समिति गठित कर जांच के निर्देश दिए थे। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से खंड शिक्षा अधिकारी ऊन विकास कुमार तथा एमडीएम के जिला समन्वयक जितेंद्र कुमार को जांच सौंपी गई थी। जांच में विद्यालय की एमडीएम पंजिका में अंकित लाभांवित बच्चों के संख्या के आधार पर व कन्वर्जन कास्ट की धनराशि की गणना की गई। पंजिका के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल लाभांवित बच्चे 47420 पर 262590 रुपये, वर्ष 2022-23 में 94852 बच्चों पर 533980, वर्ष 2023-24 में 79722 बच्चों पर 499000 रुपए खर्च किया गया।
उक्त 3 वर्षों में फल वितरण से लाभांवित बच्चों की संख्या वित्तीय वर्ष 2021-22 में 11433, वर्ष 2022-23 19288, वर्ष 2023-24 में 15050 पाई गई। इस प्रकार कुल छात्रों की संख्या 45771 है। जिसके सापेक्ष 4 रुपये प्रति छात्र की दर से कुल व्यय धनराशि 183084 रुपये आहरण किया गया। एमडीएम खाता की बैंक स्टेटमेंट के अनुसार खाते में एक सितंबर 2021 को ओपनिंग बैलेंस धनराशि रुपए 15981 उपलब्ध थी तथा तीनों वित्तीय वर्षों में कन्वर्जन कास्ट मद में धनराशि 1838451 रुपए एवं फल वितरण मद में धनराशि रुपए 127029 दोनों मदों में कुल धनराशि रुपए 1965530 प्रेषित की गई है। इस प्रकार तीनों वित्तीय वर्षों में कन्वर्शन कॉस्ट एवं फल वितरण को मिलाकर वास्तविक रूप से धनराशि रुपए 1478655 का व्यय किया जाना था जबकि बैंक से प्राप्त एमडीएम खाता के स्टेटमेंट के अनुसार विद्यालय के प्रधानाध्यापक बाबू हसन द्वारा कुल धनराशि 1989386 रुपए निकाली गई है। बैंक स्टेटमेंट से स्पष्ट होता है कि बाबू हसन द्वारा बिना कोई आगणन किए राउंड फिगर में धनराशि का आहरण स्वयं व अन्य व्यक्तियों के माध्यम से किया गया है। इस प्रकार विद्यालय के प्रधानाध्यापक बाबू हसन द्वारा तीनों वित्तीय वर्षों में कुल वास्तविक व्यय धनराशि रुपए 1478655 के सापेक्ष मनमाने तरीके से 1989386 रुपए का आहरण किया गया है जोकि वास्तविक व्यय से 510731 रुपए अधिक है। यानि बाबू हसन ने पांच लाख 10 हजार 731 रुपये का घोटाला किया है।
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी विकास कुमार तथा एमडीएम के डीसी जितेंद्र कुमार ने रिपोर्ट बीएसए को भेजी थी जिस पर बीएसए लता राठोर ने बाबू हसन को सस्पेंड कर ऊन बीआरसी पर संबद्ध कर दिया है इस प्रकरण में अब समिति द्वारा एक बार फिर जांच की जाएगी।
सहायक अध्यापक सुनील सागर से की थी मारपीट
बल्ला मजरा के पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय में तैनात रहे पूर्व प्रधानाध्यापक बाबू हसन ने गत वर्ष विद्यालय में सहायक अध्यापक सुनील सागर के साथ मारपीट की गई थी जिसमें अध्यापक द्वारा चौसाना चौकी पर मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद विभाग द्वारा बाबू हसन को सस्पेंड कर थानाभवन बीआरसी पर संबंध कर दिया गया था। बाद में विभाग ने बाबू हसन को वहाल कर दयेड़ा विद्यालय में तैनात कर दिया था। जबकि अध्यापक सुनील सागर ने गत 3 वर्षों में एमडीएम खातों घोटाले का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को शिकायत की थी लेकिन बाबू हसन को बला करने पर विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हुए थे। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की थी इसके बाद शिक्षा विभाग द्वारा गठित समिति में खंड शिक्षा अधिकारी विकास कुमार, एमडीएम केडीसी जितेंद्र कुमार ने जांच की जांच में लाखों रुपए का घोटाला मिला है जिससे शिकायत सही साबित हुई। एक बार फिर विभाग द्वारा सस्पेंड कर बाबू हसन को ऊन बीआरसी पर संबंध किया गया है अब एक बार फिर जांच समिति जांच करेगी इसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।