Sunday, December 22

20 साल बाद पैतृक गांव ल्वाली पहुंचे एमएस धोनी

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अल्मोड़ा, 16 नवंबर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपनी पत्नी साक्षी और कुछ मित्रों के साथ गत दिवस अपने पैतृक गांव ल्वाली पहुंचे। 20 साल बाद गांव पहुंचे माही को देखने के लिए प्रशंसकों का जमावड़ा लग गया। धोनी ने पत्नी संग अपने कुल देवता समेत गांव के चार मंदिरों में विधि-विधान से पूजा अर्चना की।

धोनी बुधवार को सुबह करीब 10.15 बजे जैंती तहसील के अंतर्गत ल्वाली गांव पहुंचे तो लोग जुटने लगे। धोनी वाहनों के काफिले के साथ गांव के लिए निकले तो जगह-जगह उनकी झलक पाने को प्रशंसक बेताब दिखे। धोनी ने पत्नी साक्षी के साथ कुल देवता मंदिर में पूजा की। गांव में स्थित गोल्ज्यू देवता मंदिर, कुल देवी हिमती देवी, बुबु मंदिर हिम्मत धोनी के मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद लिया। कुल पुरोहित पंडित मुन्ना जोशी ने विधि-विधान से पूजा अर्चना की।

काफी देर तक युवाओं ने उनसे हेलीकॉप्टर शाट समेत बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग के टिप्स भी लिए। ग्रामीणों ने खेल मैदान और क्रिकेट अकादमी खोलने जैसे प्रस्ताव भी रखे और गांव में खेल मैदान की समस्या बताई। इस पर माही ने अपने स्तर से प्रयास करने का आश्वासन दिया।

धोनी का गांव ल्वाली आज भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा का अभाव झेल रहा है। माही चायखान-बचकांडे तक कार से आने के बाद पगडंडियों से होते हुए घर तक पहुंचे। गांव में मिले सम्मान और दुलार से माही और साक्षी काफी खुश दिखे। लेकिन सड़क के अभाव के कारण धौनी पुत्री को गांव नहीं लाए। उन्होंने दो-तीन साल बाद बेटी के बड़ी होने पर फिर उसे लेकर गांव आने की इच्छा जताई। दोपहर करीब एक बजे वह वापस चले गए।

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