Thursday, July 17

सीबीएसई स्कूलों में लगेंगे ऑयलबोर्ड

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मेरठ 17 जुलाई (प्र)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सभी विद्यालयों में बच्चों को स्वस्थ खान- पान की आदतों के बारे में जागरूक करने को एक पहल की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत सभी विद्यालयों में तेल, चीनी, नमक का उचित मात्रा में प्रयोग करने के प्रति सजग करने के लिए ऑयल बोर्ड लगाने के निर्देश जारी किए हैं।

बुधवार को एमपीजीएस शास्त्रीनगर व सीबीएसई सिटी कोऑर्डिनेटर सपना आहूजा ने सभी स्कूलों को सूचित करते हुए निर्देश दिए हैं कि स्कूलों में ऑयल बोर्ड किस तरह से लगाया जाएगा। एमपीएस ग्रुप की सभी शाखा में इसका अनुसरण कर दिया है। वहीं शहर के स्कूलों में यह बोर्ड लगना होगा। उनका कहना है कि विद्यार्थियों की तैलीय खाद्य पदार्थो के सेवन के प्रति विशेष रूचि है। वे मोटापा, मधुमेह, और हृदय संबंधी बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं।

क्या हैं नए निर्देश?
सीबीएसई के अनुसार, अब हर स्कूल में ‘ऑयल बोर्ड’ लगाया जाएगा. इस बोर्ड का मकसद है कि बच्चों को यह बताया जाए कि वे कितना और किस तरह का तेल अपने खाने में इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे बच्चों में खाने को लेकर जागरूकता बढ़ेगी और वे बेहतर ऑप्शन चुनना सीखेंगे. इसके अलावा अब स्कूलों के सभी ऑफिशियल डॉक्यूमेंट्स में भी मोटापे से बचाव और हेल्दी लाइफस्टाइल से जुड़े मैसेज भी पब्लिश किए जाएंगे. इसका मकसद यह है कि हर लेवल पर बच्चों और अभिभावकों को सेहत के प्रति सजग किया जा सके.

इन चीजों पर भी रहेगा फोकस
सीबीएसई ने यह भी कहा है कि स्कूल कैंटीन में जंक फूड की जगह अब पौष्टिक और बैलेंस्ड फूड को प्रायॉरिटी दी जाए. बच्चों को रेगुलर एक्सरसाइज, योग, खेल और अन्य फिजिकल एक्टिविटीज के लिए प्रोत्साहित किया जाए. इसके अलावा स्टूडेंट्स को लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करने और छोटे-छोटे कामों के लिए पैदल चलने के लिए भी मोटिवेट किया जाएगा. इससे वे फिजिकल एक्टिव होंगे और मोटापे जैसे खतरे से बचाव होगा.

कैसा होगा ‘ऑयल बोर्ड’ का डिजाइन?
हर स्कूल ‘ऑयल बोर्ड’ का डिजाइन अपनी सुविधानुसार और रचनात्मक तरीके से बना सकता है. इसका उद्देश्य सूचनात्मक और बच्चों के लिए समझने योग्य होना चाहिए, ताकि वे आसानी से यह समझ सकें कि तेल से भरपूर खाना कैसे नुकसानदायक हो सकता है.

कहां से मिलेगी मदद?
अगर स्कूल चाहे तो वे FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) की वेबसाइट या यूट्यूब चैनल से शैक्षिक पोस्टर्स और जानकारी ले सकते हैं. इसके लिए स्कूल eatright@fssai.gov.in पर संपर्क कर सकते हैं. सीबीएसई ने सभी स्कूलों से अपील की है कि वे छात्रों की सेहत को उतनी ही गंभीरता से लें, जितना वे पढ़ाई पर फोकस करते हैं. एक हेल्दी स्टूडेंट ही बेहतर नागरिक बन सकता है और इस दिशा में यह कदम एक सराहनीय शुरुआत है.

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