मेरठ 29 अप्रैल (प्र)। भाई के नाम की बीमे की रकम के लालच में बहन ने कार चालक के साथ मिलकर भाई को मार डाला। हत्या के बाद गांव में शव ले जाकर स्वाभाविक मौत की कहानी गढ़ दी। मृतक के गले पर निशान देखकर लोगों को शक हुआ तो शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
पुलिस ने हत्यारोपी बहन और उसके साथ वारदात को अंजाम देने वाले कार चालक को गिरफ्तार कर सनसनीखेज मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल कार और गला दबाने में इस्तेमाल की गई रस्सी बरामद कर ली है।
एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि बहसूमा के भंडौरा गांव का रहने वाला मोनवीर उर्फ मोनू (32) गांव के ही अमरीश पुत्र केशव शर्मा के साथ शुक्रवार सुबह कार से मवाना में रहने वाली बहन सुरेखा के घर गया था। सुरेखा 2017 में पति से तलाक के बाद दो बच्चों के साथ रामबाग कालोनी पक्का तालाब के पास किराए पर रहती है। शाम को सुरेखा और अमरीश मोनू के शव को लेकर गांव पहुंचे और स्वाभाविक मौत की बात कह दी। अविवाहित मोनू चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था। माता-पिता की मौत हो चुकी है।
अंतिम संस्कार के समय परिजनाें ने शर्ट के बटन खोले तो मोनू के गले पर निशान देखकर भाई सोहनवीर को शक हुआ। इसके बाद बहसूमा पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सोहनवीर ने बहन और अमरीश पर हत्या की आशंका जाहिर करते हुए तहरीर दे दी।