Thursday, November 7

लंबित आवेदन करें निस्तारित … ताकि जन्म प्रमाण पत्र से बच्चों का ना रुके दाखिला

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मेरठ 05 नवंबर (प्र)। स्कूलों में बच्चों के दाखिला का समय आ रहा है। नगर निगम, एसडीएम और सीएमओ कार्यालय की जन्म प्रमाण पत्र बनाने की जो कछुआ चाल है। वह किसी से छिपी नहीं है। हालात ये हैं कि अकेले एसडीएम कार्यालय पर करीब ढाई हजार से अधिक आवेदन लंबित हैं। इसे देखते हुए पार्षदों ने नगर निगम के अधिकारियों से लंबित आवेदन त्वरित निस्तारित करने की मांग की। ताकि जन्म प्रमाण पत्र की वजह से स्कूलों को बच्चों का दाखिला ना रुके।
पार्षद अनिल वर्मा, उत्तम सैनी सहित अन्य पार्षदों ने जन्म – मृत्यु पंजीयन प्रभारी कृष्ण पाठक से मिले। उनके इतनी बड़ी संख्या में आवेदन फार्म लंबित होने का कारण पूछा।

प्रभारी ने बताया कि सबसे ज्यादा आवेदन फार्म एसडीएम कार्यालय में लंबित हैं। इसकी वजह ये है कि जिनका जन्म प्रमाण पत्र बनना है। उन्हें एसडीएम कार्यालय एक बार जाना जरूरी है। बिना भौतिक सत्यापन के आवेदन को सत्यापित नहीं किया जा रहा है। आवेदक उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं। कुछ आवेदनों में आधार कार्ड, सफाई निरीक्षक की आख्या अस्पताल का सर्टिफिकेट जैसे दस्तावेज नहीं लगे हैं। जन्म प्रमाण पत्र तीन श्रेणी में बनाए जा रहे हैं। शून्य से 21 दिन के जन्म प्रमाण पत्र नगर निगम में, 21 दिन से एक साल तक के जन्म प्रमाण पत्र सीएमओ कार्यालय में और एक साल से ऊपर के जन्म प्रमाण पत्र एसडीएम कार्यालय में बनाए जा रहे हैं। लंबित आवेदन ज्यादातर एक साल से अधिक उम्र के हैं।

जन्म – मृत्यु पंजीयन प्रभारी ने बताया कि लंबित आवेदनों के त्वरित निस्तारण के लिए नगर निगम के एक कंप्यूटर आपरेटर की ड्यूटी एसडीएम कार्यालय लगाई गई है। पार्षद अनिल वर्मा ने कहा कि अब बच्चों के एडमिशन के रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे। यदि लंबित आवेदन निस्तारित नहीं किए गए तो जन्म प्रमाण पत्र की वजह से बच्चों का दाखिला ना हो पाएगा। पार्षदों ने कहा कि इस संबंध में जिलाधिकारी से भी मुलाकात की जाएगी।

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