मेरठ 17 अक्टूबर (प्र)। नमो भारत व मेरठ मेट्रो के स्टेशन मेरठ साउथ पर उद्घाेषणा हो रही है कि मेरठ मेट्रो प्लेटफार्म संख्या दो पर मिलेगी लेकिन कोई यह नहीं बता पा रहा है कि आखिर वहां पर मेट्रो कब आएगी। वह मेट्रो मोदीपुरम के लिए कब जाएगी। यानी शुभारंभ कब हाेगा यह कोई नहीं बता पा रहा है। दीपावली आने तक भी ट्रेन नहीं चलने से लोगों में नाराजगी है।
लगातार हो रही देरी और लंबी हो रही प्रतीक्षा पर शहरवासी सवाल कर रहे हैं कि अगर पूरा कारिडोर संचालन के लिए तैयार है तो फिर शुभारंभ में देरी क्यों हो रही है। 30 सितंबर को शुभारंभ की संभावित तिथि आई थी, उसे देखते हुए जिला प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल व सभा स्थल की तलाश शुरू कर दी थी।
जब वह कार्यक्रम टल गया तब उसके बाद कई संभावित तिथियां सामने आईं लेकिन शुभारंभ नहीं हो सका। इस कारिडोर को मार्च 2025 में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया था, हालांकि बाद में इसे जून 2025 कर दिया गया था। यदि इसके लक्ष्य को जून की समय सीमा मानी जाए तो पांच महीने अतिरिक्त हो चुके हैं, फिर भी शुभारंभ की तिथि सामने नहीं आई है। प्रतिदिन रात भर ट्रायल के लिए दौड़ती रैक को देखकर लोगों का सब्र टूट रहा है।
सांसद अरुण गोविल ने शहरी विकास मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखा है कि मेरठ में नमो भारत व मेट्रो का संचालन जल्द शुरू किया जाए। उन्हाेंने स्थानीय लोगों की चिंता व निराशा का भी पत्र में जिक्र किया।
वहीं नमो भारत रैपिड ट्रेन का संचालन वर्तमान में दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ के भूड़बराल स्थित मेरठ साउथ स्टेशन तक ही हो रहा है। वहीं फरवरी से शताब्दीनगर तक ट्रायल रन शुरू हुआ था, पर ट्रेन संचालन की औपचारिक शुरुआत नहीं की गई।
एनसीआरटीसी ने जून में दिल्ली सराय काले खां से मोदीपुरम तक पूरे 82 किमी रेलखंड पर ट्रायल रन शुरू किया और अब पूरे ट्रैक पर एकसाथ ट्रेन चलाने की योजना का दावा किया जा रहा है। हालांकि रेलवे सेफ्टी कमिश्नर (सीआरएस) द्वारा की गई निरीक्षण रिपोर्ट में कई कमियां सामने आई हैं, जिन्हें दुरुस्त करने की प्रक्रिया अभी जारी है। अधिकारियों का कहना है कि दीपावली तक भी मोदीपुरम तक ट्रेन संचालन शुरू होना मुश्किल है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर शताब्दीनगर तक भी ट्रेन चला दी जाती, तो गंगानगर, अजंता कॉलोनी, जागृति विहार, दामोदर कॉलोनी और गढ़ रोड इलाके के हजारों यात्रियों को सुविधा मिलती।
