मेरठ 30 नवंबर (प्र)। बेगमपुल के पास भैसाली बस अड्डे की 3.87 हेक्टेयर भूमि पर रैपिड की पार्किंग और विदेशी कंपनियों के शोरूम बनने पर शुक्रवार को अंतिम मुहर लग गई है। आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के उप सचिव अमिताभ श्रीवास्तव ने भैसाली अड्डे की जमीन 99 साल की लीज पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) को दे दी है, जिसमें 14.76 करोड़ का खर्च आया है। मेरठ साउथ से साहिबाबाद तक रैपिड रेल (नमो भारत) का संचालन हो चुका है। जून 2025 तक मेरठ शहर के बीचोबीच से होते हुए मोदीपुरम तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। जिसके चलते एनसीआरटीसी द्वारा तेजी से कार्य चल रहा है।
बेगमपुल के पास भैसाली बस अड्डा महानगर से बाहर हस्तांतरण करने की प्रक्रिया चल रही है। मेरठ साउथ, शताब्दीनगर, बेगमपुल और फिर मोदीपुरम में रैपिड के पार्किंग के साथ चार स्टेशन हैं। बताया कि बेगमपुल पर रैपिड रेल का बड़ा स्टेशन बनेगा। वहां पर लोगों की आवाजाही भी सबसे ज्यादा विदेशी कंपनियों ने भी शोरूम बनाने की डिमांड भेज रखी थी। इसको देखते हुए शुक्रवार को भैसाली अड्डे की भूमि को 99 साल की लीज पर एनसीआरटीसी ने ले लिया है। बताया है कि भैसाली बस अड्डे की 3.87 हेक्टेयर भूमि पर रैपिड की पार्किंग, विदेशी कंपनी के शोरूम और अन्य कई चीजें बनाने की तैयारी है। एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि अड्डे की जमीन को बहुउद्देश्य कार्यों के लिए विकसित करने की प्लानिंग है।
12.92 करोड़ का स्टांप बेचकर रिकॉर्ड बनाया
सहायक आयुक्त स्टांप ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि मेरठ में पहली बार 12 करोड़ 92 लाख 17830 रुपये का एक ही स्टांप बिका है, जिसका रिकॉर्ड भी बन गया है रजिस्ट्री फीस 1.84 करोड़ लगी।
दो महीने में दोनों छोर पर तैयार हो जाएंगे बस टर्मिनल
मेरठ रैपिड रेल नमो भारत के साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक संचालन के बाद अब अगला पड़ाव शताब्दीनगर (संजय वन) का है। भैंसाली बस अड्डे को भी शिफ्ट किया जाना है ऐसे में बस टर्मिनल रैपिड के दोनों छोर पर बनेंगे। मेरठ साउथ स्टेशन के पास और ऐसे ही मोदीपुरम में भी बस अड्डा बनाया जाएगा। एनसीआरटीसी की ओर से इसके लिए टेंडर जारी किया हुआ है। कंपनी के चयन के बाद ही बस टर्मिनल का निर्माण शुरू होगा।
भूडबराल और मोदीपुरम शहर के दो छोर हैं, जिनके बीच रैपिड का संचालन होगा मेरठ महायोजना 2031 में इन दोनों क्षेत्रों को स्पेशल डवपलमेंट एरिया (एसडीए) के तौर पर चिह्नित किया गया है। मेडा की ओर से करीब 300 हेक्टेयर में प्रदेश की पहली इंटीग्रेटेड टाउनशिप भी यहीं विकसित की जा रही है। इसके लिए 34 हेक्टेयर जमीन की खरीद भी हो चुकी है। यहां के बाद मोदीपुरम में दूसरे फेस में टाउनशिप विकसित करने का प्रस्ताव है। दिल्ली एक्सप्रेस वे से सटा होने के साथ ही एनसीआरटीसी की ओर से बस टर्मिनल भी बनाए जाने हैं। मेडा ने यहां पर जमीन की खरीद-फरोख्त रोकने के लिए भी जिला प्रशासन व उप निबंधक रजिस्ट्रार को पत्र भी लिखा था।
भूडबराल मोदीपुरम होंगे खास केंद्र
भूडबराल स्टेशन में एक अतिरिक्त तल बनाया गया है। इसमें खानपान के साथ ही गाड़ियों, गारमेंट्स, किचन आइटम्स, बाथरूम आइटम, शूज आदि के विभिन्न आवश्यकताओं से संबंधित आउटलेट खुलेंगे। एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स का कहना है कि एनसीआरटीसी ने टेंडर जारी किए हुए हैं। भूडबराल और मोदीपुरम व्यवसायिक गतिविधियों का केंद्र बनकर उभरेंगे।