Sunday, June 1

पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की सोच पर ही आज भी चल रहे है रालोद, मानवीय संवेदनाओं और दूसरों की मदद को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभाते थे अजित सिंह, डा0 राजकुमार सांगवान को सांसद नरेन्द्र खजूरी को आगे बढ़ाकर जयंत चौधरी ने भी यही संदेश दिया

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आजाद भारत में किसान मजदूर और मजलूम जरूरतमंदों को उनका हक दिलाने के लिए जीवन भर संर्घषरत रहे चौधरी चरण सिंह जी ने अपनी स्वच्छ राजनीति स्पष्टवादिता व निर्णय लेने की शक्ति के चलते एक वकील के रूप में जीवन की शुरूआत कर प्रधानमंत्री के पद तक आम आदमी के सहयोग से सफलता प्राप्त की। उनके बाद उनके पुत्र अजित सिंह राजनीति में आये सांसद मंत्री के रूप में उन्होंने आम आदमी के लिए काफी काम किया और अब अपनेे पुत्र जयंत चौधरी केन्द्रीय राज्यमंत्री स्वत्रंत प्रभार के रूप में जन सेवा के साथ ही रालोद की मजबूती और उनके कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास पैदा करने के साथ ही स्वर्गीय चौधरी साहब द्वारा दी गई परंपरा को आगे बढ़ा रहे है। समाज के हर वर्ग के हित की सोचने वाले जनमानस के नेता चौधरी साहब के परिवार के द्वारा किये गये कार्यों को निष्पक्ष सोच वाला व्यक्ति भूला नहीं सकता।
आज हम पूर्व केन्द्रीय उद्योगमंत्री एवं रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे चौधरी अजित सिंह की पुण्यतिथि मना रहे है। अजित सिंह साहब ने स्वर्गीय प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी के निधन के उपरांत पार्टी की बागडोर संभाली। और फिर देश हित की सोच और रालोद की मजबूती तथा आम आदमी के हित की सोचते हुए आगे बढ़ने का जो सिलसिला शुरू किया वो उनके अंतिम समय तक जारी रहा। बताते है कि आईआईटी रूड़की जो वर्तमान में उत्तराखंड में है जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से पढ़े और 18 वर्ष तक उसके बाद आईबीएम नामक प्रसिद्ध कंपनी में अपनी सेवा देने के बाद अजित सिंह सक्रिय राजनीति में उतरे। वो सर्विस करने के बाद राजनीति में आने वाले सफल नेताओं की प्रथम श्रेणी में शामिल कहे जा सकते है। लेकिन अपनी अच्छी सोच के चलते सभी नेताओं चाहे पक्ष के हो विपक्ष के सब से मित्रवत व्यवहार बनाये रखने के साथ ही मिलने आने वाले किसान और मजदूरों तथा पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी विन्रमता के साथ मिलते थे जैसे किसी व्यूरो क्रेट या उद्योगपति से। एक घटना बड़ी प्रमुख उनके जीवन की रही जब उप्र में वीर बहादुर सिंह मुख्यमंत्री थे तो कांग्रेस के राज में जून 1988 को बागपत विधानसभा उप चुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस ने रामपाल सिंह को मैदान में उतारा बड़ौत में उस दौरान हुई चुनाव रैली करने आये मुख्यमंत्री का विरोध हुआ। तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर गोली चलानी शुरू की तभी वहां चुनाव प्रचार करते हुए चौ0 अजित सिंह पहुंचे और बिना कोई चिन्ता किये अपने कार्यकर्ताओं को बचाने हेतु पुलिस की ओर दौड़ पड़े कार्यकर्ताओं के प्रेम की उनकी यह अभिनव अनुभूति थी
बताते चले कि चौधरी साहब की जयंती पर दिल्ली देहरादून बाईपास स्थित गायत्री पार्क में उनके द्वारा संपर्क रैली की गई जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री श्री एचपी देवगौड़ा नीतिश कुमार व शरद जैसे नेता शामिल हुए उसके बाद कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने और जोड़े रखने हेतु 12 अक्टूबर 2014 को यही पर किसान स्वाभिमान रैली कर अपनी ताकत का एहसास पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजित सिंह द्वारा मजबूती से कराया गया था।
पिछले लगभग 5 दशक से सक्रिय पत्रकारिता में लगे मेरे पिता वरिष्ठ पत्रकार संपादक वर्तमान में सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए तथा आरकेबी फाउंडेशन और ऑल इंडिया न्यूज पेपर एसोसिएशन आईना के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि कुमार बिश्नोई ने बताया कि चौधरी अजित सिंह जी सरल स्वभाव के संवेदनशील व्यक्तित्व के स्वामी थे और वो जल्दी ही किसी से भी घुलमिलकर उस पर विश्वास भी कर लेते थे इसलिए उन्हें कई बार कठिनाईयों का सामना भी करना पड़ा। लेकिन वो जीवन भर अपने उद्देश्यों और कार्यकर्ताओं के हित के लिए संघर्ष करते रहे। रवि कुमार बिश्नोई जी ने बताया था कि एक बार अपने अभिन्न मित्र और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी के समय से पार्टी की कानूनी व्यवस्थाओं में सहयोग करने वाले मेरठ बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और अंर्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रोटेरियन गजेन्द्र सिंह धामा के पुत्र गौरव धामा के पुत्र के जन्मदिन के अवसर पर अजित सिंह मेरठ आये तो धामा साहब के निवास पर पत्रकारों ने उनसे बात करने की कोशिश की तो उन्होंने यह कहकर कि मैं परिवारिक समारोह में आया हूं। और बात करने में असमर्थता जताई। इस पर वरिष्ठ पत्रकार राष्ट्रीय सहारा से जुड़े ब्रिजेश जैन ने यह सब बताया तो रवि कुमार बिश्नोई ने घर में मौजूद अजित सिंह साहब से मुलाकात की और उन्हें बताया कि बड़े राजनेता कहीं भी जाए वो समाचार तो होता ही है। इस पर उन्होंने कहा मुझे बात करनी चाहिए आप लोग आ जाओं। इस पर धामा साहब ने उन्हें बताया कि बड़े चौधरी साहब ने प्रधानमंत्री रहते हुए अपनी कलम से एक मात्र व्यक्ति के रूप में पार्टी की नगर ईकाई का जर्नल सेकेट्री बिश्नोई को घोषित किया था। इसके बाद पूरे कार्यक्रम में अजित सिंह साहब उनसे बात ही नहीं करते रहे जब खाने की टेबल पर पहुंचे तो विधायक जी को भेजकर उन्हें बुलाया और अपने साथ बैठकर भोजन करने की पेशकश की। चलते समय हाथ पकड़कर गाड़ी में ही बात करते रहे और पूछा कि हम मेरठ से लोकसभा और मेयर के उम्मीदवार के रूप में किसको लड़ा सकते है। बाद में गजेन्द्र सिंह धामा जी के माध्यम से दिल्ली बुलाने का निमंत्रण भेजा गया। यह बातें मेरे पिता जी ने चौधरी साहब की अच्छी सोच और मानवीय संवेदनाओं तथा सबसे नीचे के कार्यकर्ताओं से भी सीधे संपर्क रखने की काबलियत की चर्चा करते हुए मुझे बताई थी और कहा कि यही सोच जयंत चौधरी जी में भी है। क्योंकि एक बार वो पूर्व विधायक राजेन्द्र शर्मा के यहां आये तो यह बताने पर कि मैं पार्टी का सेकेट्री रह चूका हूं वर्तमान में ऑन लाईन चैनल व एक समाचार पत्र चलाता हूं। तब जयंत चौधरी जी ने अपने साथ बैठाकर बात ही नहीं की यह भी बताया कि मेरी माता भी बिश्नोई है और मैं आपकी साईड ताजा खबर खोलकर खबरे पढ़ता रहा हूं।
आज चौधरी अजित सिंह साहब की पुण्यतिथि पर यह लिखने का मतलब सिर्फ यह है कि चौधरी परिवार का देश की राजनीति समाज उत्थान गरीब मजदूर और किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष और आम आदमी से जुड़ाव हमेशा बना रहा। और स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह जी कोई सोच जयंत चौधरी जी में बरकरार है। इसके उदाहरण के रूप में जमीन से जुड़े और चौधरी साहब के समय से सक्रिय कार्यकर्ता और नेता डा0 राजकुमार सांगवान को बागपत से चुनाव लड़ाकर और नरेन्द्र खजूरी को ऐसी जयंत चौधरी साहब ने भी यह सिद्ध किया कि वो पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं व किसानों को प्रोत्साहन दे रहे है। एसटीएस आयोग के सदस्य नरेन्द्र खजूरी की उपलब्धि को भी इसी रूप में देखा जा सकता है।
पिछले कुछ समय से जयंत चौधरी साहब से जुड़े पूर्व कार्यवाहक उपनिदेशक सूचना और अनेकों सामाजिक संस्थाओं से जुड़े सुरेन्द्र शर्मा का कहना है कि रालोद के कार्यकर्ता नेता और समर्थक आज भी जयंत चौधरी साहब में बड़े चौधरी स्वर्गीय चरण सिंह की छवि और सोच देखते है यही कारण है कि रालोद का कुनबा निरंतर बढ़ता रहा है क्योंकि जयंत चौधरी जी भी अपने दादा चरण सिंह जी व पिता अजित सिंह जी के दिखाये मार्ग पर चल रहे है।
प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महामंत्री व मजीठिया बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य संपादक पत्रकार
चित्र में उद्योगमंत्री रहते हुए गजेन्द्र सिंह जी के निवास पर मेरठ आये चौधरी अजित सिंह जी से वार्ता करते पत्रकार कबीर बिश्नोई

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