Monday, December 23

भूमिया पुल से लिसाड़ी गेट तक हुआ रूट डायवर्जन, आज से शुरू होगा सड़क निर्माण

Pinterest LinkedIn Tumblr +

मेरठ 15 दिसंबर (प्र)। भूमिया पुल – हापुड़ अड्डा सड़क से आने- जाने वाले लोगों को कुछ दिन परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। व्हाइट टापिंग तकनीक से इस सड़क का निर्माण शुक्रवार से शुरू होने जा रहा है। इस कारण प्रथम चरण में भूमिया पुल से लिसाड़ी गेट चौराहे तक सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं, दो माह तक भूमिया पुल से हापुड़ अड्डा की सड़क पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक रहेगी।

यातायात पुलिस ने गुरुवार रात नौ बजे से रूट डायवर्जन प्लान लागू कर दिया है। भूमिया पुल से लिसाड़ी गेट चौराहे तक प्रतिबंध के दौरान जिन वाहनों को भूमिया पुल से हापुड़ अड्डे की तरफ जाना है, वे वाहन भूमिया पुल से सैनी वाली गली से बनियापाड़ा चौराहे से जाटव गेट होते हुए लिसाड़ी गेट चौराहा होकर हापुड़ अड्डा पहुंचेंगे। लेकिन चार पहिया बड़े वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। वहीं, हापुड़ अड्डा चौराहे से भूमिया पुल की तरफ जाने वाले दो पहिया व छोटे चार पहिया वाहन लिसाड़ी गेट चौराहे से बाएं मुड़कर जाल वाले पुल से होकर दाहिनी तरफ मुड़कर नाले की पटरी वाले रास्ते से भूमिया पुल पहुंचेंगे।

रूट डायवर्जन के दौरान ये दोनों वैकल्पिक मार्ग वन-वे रहेंगे। यातायात पुलिस के अनुसार लिसाड़ी गेट चौराहे से जाटव गेट होते हुए कोई वाहन भूमिया पुल की तरफ नहीं जाएगा। भूमिया पुल से नाला पटरी, जाल वाले पुल की तरफ से कोई वाहन लिसाड़ी गेट चौराहे की ओर नहीं जाएगा। सीओ यातायात देवेश सिंह ने कहा कि सड़क निर्माण के दौरान ट्रैफिक पुलिस तैनात रहेगी। इस सड़क पर आवागमन अधिक रहता है। इसलिए चुनौती अधिक है।

दो चरणों में बनेगी सड़क निगम अधिकारियों के अनुसार ट्रैफिक डायवर्जन प्लान जारी हो गया है। शुक्रवार से अनुबंधित कंपनी बीआर गोयल व्हाइट टापिंग सड़क का निर्माण शुरू करेगी। कंपनी ने इसके लिए मशीन मंगा ली है। बिजली बंबा बाइपास किनारे निर्माण सामग्री का प्लांट लगाया है। जहां से तैयार निर्माण सामग्री लायी जाएगी और मशीन सड़क का निर्माण करेगी। यातायात व्यवस्था को देखते हुए सड़क निर्माण दो चरण में पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण में भूमिया पुल से लिसाड़ी गेट चौराहे तक करीब 300 मीटर सड़क बनाई जाएगी। दूसरे चरण में लिसाड़ी गेट चौराहे से 690 मीटर सड़क का निर्माण किया जाएगा।

ऐसी है व्हाइट टापिंग तकनीक : निर्माण अनुभाग के अधिकारियों ने कहा कि व्हाइट टापिंग तकनीक में  एम 40 ग्रेड की निर्माण सामग्री का उपयोग किया जाता है। प्लांट पर तैयार कंक्रीट को मशीन के माध्यम से बिछाया जाता है। सीवर, पेयजल लाइन वाले स्थान पर कंक्रीट के ब्लाक बनाए जाते हैं। ताकि पाइप लाइन में कुछ होने पर उस हिस्से को हटाकर सुधार कार्य किया जा सके। दावा है कि 20 साल तक यह सड़क टूटती नहीं है। कंक्रीट में फाइबर मिला होने के कारण जलभराव पर भी सड़क नहीं टूटती ।

Share.

About Author

Leave A Reply