लखनऊ 15 दिसंबर। सीबीआई ने घूस लेते हुए लखनऊ से एक और गोरखपुर से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार होने वालों में लखनऊ अलीगंज से सीपीडब्ल्यूडी के जेई और गोरखपुर से एनआईआर के लेखा अनुभाग के लिपिक और उसके सहयोगी को पकड़ा है। सीबीआई दोनों को गिरफ्तार कर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने घूसखोरी के दो अलग-अलग मामलों में गुरुवार को दो रेलकर्मियों समेत तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। लखनऊ के अलीगंज से सीपीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता बब्बू सिंह यादव को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया तो पूर्वोत्तर रेलवे के लेखा विभाग के मुख्य कार्यालय अधीक्षक (चीफ ओएस) अशोक चौधरी को 22 हजार रुपये घूस लेते दबोचा गया। गोरखपुर में चीफ ओएस के लिए बिचौलिये का काम करने वाले जितेन्द्र नाम के एक निजी व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने दोनों रेलकर्मियों के ठिकानों पर छामेपारी भी की है।
सहायक अभियंता बब्बू सिंह यादव को गाजियाबाद के न्यू विजय नगर निवासी हर्ष सारस्वत की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया। हर्ष सारस्वत ने सीबीआई से शिकायत की थी कि वह अपनी फर्म मेसर्स हर्ष सारस्वत को बतौर कान्ट्रैक्टर सीपीडब्ल्यूडी लखनऊ में इनलिस्ट कराना चाहते थे। उनका आवेदन अगस्त 2023 में निरस्त कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने नवंबर 2023 में पुन: आवेदन किया तो सहायक अभियंता बब्बू सिंह यादव ने इस कार्य के लिए उनसे 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इस शिकायत पर सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने मुकदमा दर्ज कर सहायक अभियंता को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
सीबीआई ने वाराणसी के अमरा खैरा चक निवासी अभिनव चौबे की शिकायत पर पूर्वोत्तर रेलवे के लेखा विभाग के चीफ ओएस अशोक चौधरी को गिरफ्तार किया। अभिनव ने सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच से शिकायत की थी कि उसकी फर्म मेसर्स निर्मल इंटरप्राइजेज वाराणसी को ट्रांसफार्मर की सप्लाई का टेंडर अप्रैल 2023 में मिला था और परचेज आर्डर भी जारी हो गया था। चीफ ओएस उनके पेंडिंग बिल के भुगतान के लिए रिश्वत के तौर पर 32 हजार रुपये मांग रहे हैं। अशोक चौधरी ने पांच व सात दिसंबर को व्हाट्सएप कॉल करके रिश्वत की मांग की और यह पैसा बिचौलिये जितेन्द्र के गूगल पे नंबर पर ट्रांसफर करने को कहा। जितेन्द्र ने भी कई बार सामान्य कॉल करके अशोक चौधरी के लिए घूस के पैसे की मांग की। तीन महीने पहले ही सीबीआई ने पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक केसी जोशी को घूस लेते गिरफ्तार किया था।