मेरठ 22 मई (प्र)। मोनाड यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन विजेंद्र सिंह हुड्डा के जेल जाने के बाद मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। एसटीएफ ने विजेंद्र की पूरी कुंडली खंगाल ली है। विजेंद्र 17 कंपनियों से है। 12 कंपनियों में निदेशक है, जबकि पांच कंपनियों में सहायक निदेशक है। तीन कंपनियों में पहले भी सहायक निदेशक की भूमिका में रह चुका है। बाद में निदेशक बन गया था। प्रेरणा निरमान प्राइवेट लिमिटेड उसकी पहली कंपनी थी, जो उसने 2007 में बनाई थी। 16 अक्टूबर 2018 में ईडूबुल लर्निंग प्रा. लि. में निदेशक बना। उसके बाद बाइट बोट घोटाले का पर्दाफाश हो गया। तब परिवार के संग विदेश भाग गया था। बाइक बोट घोटाले में जमानत लेने के बाद ही विदेश से लौटा।
एसटीएफ ने ईओडब्ल्यू से बाइक बोट घोटाले में विजेंद्र के अपराध की विस्तृत जानकारी मांगी है। हालांकि फिलहाल बाइक बोट घोटाले का आपराधिक मामला गाजियाबाद की कोर्ट में चल रहा है, जबकि आरोपितों की संपत्ति को अटैक करने का काम ईडी कर रही है। देश के चर्चित 4,200 करोड़ के बाइक बोट घोटाले का आरोपित विजेंद्र सिंह हुड्डा ने जमानत कराने के बाद अपने नाम में बदलाव कर लिया था । उसने अपना नाम चौधरी बिजेंद्र सिंह रख लिया था। पहले क्लीन सेव रहने वाला विजेंद्र अब दाढ़ी बढ़ाकर रहता है। मोनाड यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्री प्रकरण में गिरफ्तारी के बाद विजेंद्र का अतीत फिर से सामने आ गया है। एसटीएफ ने उसकी पूरी जानकारी जुटा ली है। जांच की जा रही है कि जिन कंपनियों में विजेंद्र निदेशक और सहायक निदेशक है, उन कंपनियों का हाल अब क्या है।
इन कंपनियों का निदेशक है विजेंद्र हुड्डा
प्रेरणा निरमान प्रा. लि., वाइंज एकेडमी प्रा. लि. वीकान मीडिया
टेलीविजन लि., पिमैक्स प्लास्टिक प्रा. लि., इंडिपेंडेट टीवी प्रा. लि., पेंटल टेक्नोलाजीज कंपनी प्रा. लि., ग्रब द फ्यूचर कंप्यूटर प्रा. लि., पेंटल मोबिलिटी हेल्थ प्रा. लि., प्रेरणा सर्विसिज प्रा. लि., ईडूबुल लर्निंग प्रा. लि., गोवस्ट इंडिया फाउंडेशन, पेंटल मोबिलिटी एजुकेशन प्रा. लि. ।
इन कंपनियों में सहायक निदेशक
एफ-7 ब्राड कास्ट प्रा.लि., इंडिपेंडेट टीवी प्रा. लि, मैक्रो कामर्स प्रा. लि., वीकान मीडिया टेलीविजन लि. स्कैन मीडिया प्रा. लि.. पिमैक्स प्लास्टिक प्रा. लि., एवन
न्यूज टाइम ब्राड कांस्टिंग प्रा. लि… इप्रोफ लर्निंग सॉल्यूशंस इंडिया लि. ।