नई दिल्ली 01 अगस्त। अर्जेंटीना में एक पुलिस अफसर की निजता भंग करना गूगल के लिए महंगा साबित हुआ। दरअसल, गूगल स्ट्रीट व्यू कार ने 2017 में उस अफसर की एक पूरी तरह नग्न तस्वीर उसके घर के पिछवाड़े से खींच ली थी। हैरानी की बात यह रही कि उस समय अफसर अपने निजी परिसर में मौजूद था, जिसकी चारों ओर 6 फीट 6 इंच ऊंची दीवार थी।
इस घटना के बाद वह व्यक्ति अपने दफ्तर और पड़ोस में मजाक का पात्र बन गया। सीबीएस न्यू की रिपोर्ट के अनुसार, तस्वीर में न केवल उसका शरीर साफ दिख रहा था, बल्कि गूगल ने घर का पता और गली का नाम भी ब्लर नहीं किया था, जिससे उसकी पहचान उजागर हो गई।
2019 में इस मामले को लेकर पीड़ित ने गूगल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। हालांकि, निचली अदालत ने केस यह कहकर खारिज कर दिया कि वह व्यक्ति ‘अनुचित अवस्था’ में बाहर था। लेकिन अब अपीलीय अदालत ने पहले के फैसले को पलट दिया और गूगल को निजता उल्लंघन का दोषी ठहराया।
कोर्ट ने गूगल को 12,500 डॉलर (लगभग 10.8 लाख रुपये) का मुआवजा देने का आदेश दिया। गूगल की सफाई थी कि दीवार की ऊंचाई पर्याप्त नहीं थी, लेकिन कोर्ट ने यह दलील खारिज कर दी। अदालत ने कहा, “यह तस्वीर सार्वजनिक नहीं बल्कि निजी क्षेत्र से ली गई है, और यह स्पष्ट रूप से निजता का उल्लंघन है।”
गौरतलब है कि गूगल की स्ट्रीट व्यू नीति के अनुसार चेहरों और गाड़ियों की नंबर प्लेट को स्वतः ब्लर किया जाता है, लेकिन इस मामले में न तो व्यक्ति की पहचान छुपाई गई और न ही कोई जरूरी एहतियात बरती गई।
