मेरठ 30 अक्टूबर (प्र)। कनोहर लाल महिला पीजी कालेज शारदा रोड में प्रबंध समिति एवं प्राचार्य के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को कालेज में अवकाश के बावजूद प्रबंध समिति ने कार्यालय कक्ष का ताला तुड़वाकर वरिष्ठ प्रोफेसर को कार्यवाहक प्राचार्य का कार्यभार ग्रहण कराया।
प्रबंध समिति ने कालेज में वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए सोमवार को प्राचार्य प्रो. अलका चौधरी को निलंबित कर दिया था। मंगलवार को प्रबंध समिति के अध्यक्ष दिनेश सिंघल, सचिव राकेश कुमार गुप्ता, संयुक्त सचिव प्रदीप सिंह व प्रबंध समिति सदस्य सुधीर कुमार अग्रवाल समेत अन्य सुबह 11.30 बजे कालेज पहुंचे। कालेज में मंगलवार को दीपोत्सव के उपलक्ष्य में अवकाश था। अवकाश के बावजूद लिपिक कार्यालय कक्ष का ताला तोड़कर चाबी निकाली और प्राचार्य का आफिस खुलवाया गया। आफिस खुलवाकर कालेज की चित्रकला विभाग की वरिष्ठ प्रो. किरण प्रदीप को कार्यवाहक प्राचार्य का कार्यभार ग्रहण कराया गया ।
निलंबन को दी चुनौती : निलंबित प्राचार्य प्रो. अलका चौधरी का कहना है कि प्रबंध समिति की कार्रवाई के विरुद्ध उन्होंने मंगलवार सीसीएसयू की कुलपति को प्रत्यावेदन दे दिया है। मुख्यमंत्री, राज्यपाल व उच्च शिक्षा निदेशक को भी प्रत्यावेदन को भेजा है। जिसमें प्रबंध समिति द्वारा की गई कार्रवाई को चुनौती दी गई है। उनका कहना है कि मंगलवार को कार्यवाहक प्राचार्य को कार्यभार ग्रहण कराने एवं ताला तुड़वाने की कोई जानकारी उन्हें नहीं है। वहीं, प्रो. चौधरी ने उस वीडियो को भी प्रसारित कर दिया है, जिसमें कालेज का कर्मचारी उन पर अपमानजनक टिप्पणी कर रहा है।
प्राचार्य संग लिपिक भी निलंबित : प्रबंध समिति सचिव राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि प्राचार्य प्रो. अलका चौधरी के साथ प्रबंध समिति ने कालेज के आइटी इंचार्ज दीपक राठी व लिपिक मनोज कुमार को भी निलंबित किया है। मनोज के पास ही कार्यालय के कक्ष की चाबी थी। उनसे चाबी मांगी गई थी, लेकिन न तो चाबी दी और न ही वे प्रबंध समिति के बुलावे पर उपस्थित हुए। प्रो. किरण पहले भी रह चुकी कार्यवाहक प्राचार्य : कालेज में चित्रकला विभाग की वरिष्ठ प्रो. किरण प्रदीप पहले भी कार्यवाहक प्राचार्य रह चुकी हैं। उन्होंने 13 जनवरी 2018 से लेकर 22 अक्टूबर 2021 तक प्राचार्य पद की जिम्मेदारी संभाली। प्रो. अलका चौधरी ने आयोग से चयनित होने के बाद 23 अक्टूबर – 21 को प्राचार्य पद की जिम्मेदारी संभाली। प्रबंध समिति ने गत 21 अक्टूबर 2022 को प्रो. अलका चौधरी को बर्खास्त कर दिया।