Sunday, December 22

रिटायर प्रोफेसर और पत्नी से 3 करोड़ की साइबर ठगी करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

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मेरठ 06 दिसंबर (प्र)। मेरठ में रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज के रिटायर प्रोफेसर और उनकी पत्नी से ठगी करने वाले तीन साइबर ठगों को साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ठगों ने 3 करोड़ 10 लाख 81 हजार रुपये की ठगी को अंजाम दिया था। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि तीनों आरोपी पंजाब के रहने वाले हैं। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने इन्हें पंजाब के लुधियाना व अन्य जिले में दबिश देकर गिरफ्तार किया है।

मेरठ के गंगानगर निवासी रुड़की आईआईटी से रिटायर्ड प्रोफेसर एके अग्रवाल ने साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराई एफआईआर में बताया था कि उनके पास 26 सितंबर को एक अनजान नंबर से कॉल आया था। कॉलर ने उन्हें फेक शेयर मार्केट ऐप में अधिक पैसे कामने का लालच दिया था। शेयर की अधिक सदस्यता लेने के नाम पर पीड़ित से एक महीने में उनके व उनकी पत्नी के खाते से 3 करोड़ 10 लाख अपने खाते 81 हजार रुपये ट्रांसफर कराकर आॅनलाइन ठगी की थी। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने इस मामले में जानकारी की तो पता चला कि चार खातों में ठगी के पैसे ट्रांसफर हुए है।

जिसके बाद एक पुलिस टीम पंजाब और हरियाणा राज्यों के लिए रवाना की गई। जहां अलग अलग जिलों में दबिश देकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि लुधियाना के थाना सलेमटापरी क्षेत्र के गांव भाटिया से दो सगे भाई इकराम और साहिल के अलावा कपूरथला (पंजाब) जिले के थाना सतनामपुरा क्षेत्र से जसवीर कुमार को दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ करने पर आरोपी इकराम अली ने बताया कि उसके भाई साहिल ने उसका खाता खुलवाया था। इसके अलावा और तीन अन्य खाते कोटक महिन्द्रा, यश व इन्डसइन्ड बैंक में खुलवाए थे।

साहिल अली ने अपना नंबर रजिस्टर्ड करा लिया था। उसने बताया था कि इसमें साइबर फ्रॉड का पैसा आएगा। जिस पर उन्हें एक से दो प्रतिशत कमीशन का रूपया मिलेगा। जो भी पैसा आएगा, उसे आपस में बांट लेंगे। जिसके बाद उनके खाते में ठगी के 28.60 लाख रुपये आए थे। इन पैसों को उसने अपने साथी जसवीर और कलकत्ता में रहने वाले स्यान ने मिलकर निकाल लिया था। इसी के साथ कोटक महिन्द्रा बैंक में 51 लाख रुपये आये थे। उसमें हमे करीब 50 हजार रुपये मिले थे, जिन्हें घर में खर्च कर लिया है।

इस खाते से सम्बन्धित रजिस्टर्ड सिम, एटीएम व चेकबुक भाई साहिल अली को दे दी थी। साहिल ने बताया था कि ये सभी चीजें उसने जसबीर कुमार को दे दिए है। पुलिस पूछताछ में साहिल अली ने बताया कि वह पेटीएम में काम करता था। उसने ही अपने भाई इकराम अली का खाता खुलवाया था। जसबीर कुमार ने उसे बताया था कि कुछ करन्ट अकाउन्ट खुलवा लो। जिसकी एवज में उन्हें कुछ प्रतिशत कमीशन मिलेगा। यह बात उसने अपने भाई इकराम को बताकर उनके नाम पर जाना स्मॉल फाइनेस बैंक का खाता खुलवाया था।

जसबीर कुमार ने पूछताछ करने पर बताया कि साहिल अली को उसने ही लालच दिया था। जिसकी एवज में उन्हें 10 हजार रुपये प्रति ट्रान्जेक्शन के हिसाब से स्यान को कलकत्ता जाकर होटल में दे दिया था। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की ओर से आर्थिक लाभ कमाने के लिए गैंग बनाकर अपने नेटर्वक को अन्य राज्य में फैलाकर संगठित आर्थिक अपराध किया जा रहा हैं। गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया। यहां से इन्हें जेल भेज दिया गया।

एके अग्रवाल के मुताबिक सीओआई भारतीय स्टॉक मार्केट अपडेट नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से उन्हें फंसाया गया। यह ग्रुप 28 दिसंबर 2021 को 157 सदस्यों के साथ बनाया गया था। इसमें से केवल 5-10 सक्रिय प्रतिभागी थे। रितेश जैन इस ग्रुप में प्रतिदिन 2 बजे और 8 बजे तक ट्रेनिंग देकर शेयर ट्रेडिंग में बड़े मुनाफे का झांसा दिया करता था।

मर्जी के खिलाफ दूसरे शेयर किए आवंटित
पीड़ित के मुताबिक उनकी मर्जी के खिलाफ कई शेयर उन्हें आवंटित किए गए। जबकि उन्होंने इसका विरोध किया था। उन्हें लक्ष्य पावरटेक, फ्रेशारा एग्रोटेक और वार्री एनर्जी के शेयर उनकी मर्जी के खिलाफ आवंटित किए गए।

साइबर क्राइम टीम कर रही थी जांच
एसएसपी विपिन ताडा के निर्देश पर साइबर क्राइम टीम ने मामले की जांच शुरू की। जिसके बाद आरोपियों के नाम सामने आए। गिरफ्तार आरोपियों में इकराम ( 32) पुत्र बाकिर अली निवासी 43 पी निशान्त बाग कालोनी, ग्राम भटिया, थाना सलेमटापरी, जनपद लुधियाना पंजाब।
साहिल (29) अली पुत्र बाकिर अली निवासी 43 पी निशान्त बाग कालोनी, ग्राम भटिया, थाना सलेमटापरी, जनपद लुधियाना पंजाब। (29) इकराम और शाकिर भाई हैं। तीसरा आरोपी जसवीर कुमार (40) निवासी 249 कोटरानी सतनामपुरा, फगवाडा, थाना सतनामपुरा, जनपद कपूरथला पंजाब है।

इकराम अली बताया कि मेरा खाता साहिल अली द्वारा खुलवाया गया था तथा इस खाते के साथ साथ 03 तीन अन्य खाते खुलवाये गये थे। भाई साहिल अली ने अपना मोबाइल नंबर उसके खाते में रजिस्टर्ड करा लिया था। बताया था कि इसमें साइबर फ्रॉड का पैसा आयेगा जिस पर हमें एक से दो प्रतिशत तक रुपये मिलेंगे। जो पैसा आयेगा उसे आपस में बांट लेंगे। इस खाते में 2 करोड़ 860000 रुपये आये थे। दूसरे खाते में 51 लाख रुपये आए। जो हिस्सा उनको मिला वह सब अय्याशी में उड़ा दिया। इन खातों की पासबुक साहिल ने जसबीर को दे दी थी।

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